महिला ने बताया कि गाड़ी में इकबाल, मूवीन और आरिफ मौजूद थे। ये लोग उसे बगड़ धर्म कांटा लेकर गए। जहां साजिद, शौकीन समेत तीन अन्य लोग और मिले। सभी मिलकर उसे पनियाला मोड़ ले गए और वहां उसे 11 दिन तक बंधक बनाकर रखा।
नशे की दवा देकर बारी-बारी किया दुष्कर्म
इस दौरान उसे नशे की दवा देकर सातों लोगों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। जब भी वह चिल्लाने की कोशिश करती, तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया जाता। कट्टा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी जाती।
सड़क किनारे फेंका
11 दिन बाद आरोपितों ने महिला को बेहोशी की हालत में गांव के बाहर सड़क किनारे फेंक दिया। ग्रामीणों की मदद से वह घर पहुंची और अपने परिजनों को आपबीती बताई। पहले थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, तो महिला ने स्थानीय कोर्ट में अर्जी दी। इसके बाद दो जून को मामला दर्ज हुआ। पीड़िता का कहना है, रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। उल्टा आरोपी उसे और उसके परिवार को धमका रहे हैं।
डीएसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन
गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज परिजनों ने डीएसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। इस पर पुलिस अधिकारी तेजपाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच रामगढ़ डीएसपी सुनील शर्मा कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।