पकड़े गए आरोपी का नाम निरुपम उर्फ भूरियो उर्फ मुन्ना कणसागरा (कटारिया) (56) है। यह पोरबंदर जिले की कुतियाणा तहसील के देवडा गांव का मूल निवासी है। अभी सूरत शहर में मोटा वराछा सारथी हाइट में रहता था। इसे भरुच जिले के दहेज से पकड़ा है।
पैसों के लेनदेन में की थी दोहरी हत्या
क्राइम ब्रांच सूत्रों के तहत आरोपी ने वर्ष 2002 में गांधीनगर के पेथापुर में 1.40 लाख पैसों के लेनदेन को लेकर सलीम शेख और देवशी भरवाड़ की इसने मुख्य आरोपी जशू पटेल व चार अन्य लोगों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आरोपियों ने सबूतों को मिटाने के लिए कार में दोनों के शव रखे और कार लेकर वावोल से उवारसद रोड पर झाडि़यों के बीच लाकर पेट्रोल डालकर जला दिया था। इस मामले में उस समय गांधीनगर पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा था। यह आरोपी फरार चल रहा था। पकड़े गए आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है। यह फरार चल रहा था। इस संबंध में एक अन्य मुख्य आरोपी जशुपटेल की 2009 में हत्या कर दी गई।
जनरेटर का कर रहा था व्यवसाय
आरोपी दोहरी हत्या को अंजाम देने के बाद पहले अपने गांव गया। वहां से वह परिवार को छोड़कर अलग-अलग शहरों में नाम बदलकर रहा। यह महाराष्ट्र के शिरडी में गया वहां खेती की। उसके बाद यह गुजरात के मुन्द्रा में आया। यहां इसने डीजल जनरेटर का काम सीखा। पहले यह ऑपरेटर बना फिर इसने जनरेटर किराए पर देने का काम शुरू किया। यह फिलहाल सूरत में मुन्ना पटेल बनकर रह रहा था। आरोपी को पेथापुर पुलिस को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।