स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का दिया उपाय
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नासा के 18,000 कर्मचारियों वाले कार्यबल में इस छंटनी से भारी उथल-पुथल मच सकती है। इनमें से 1,818 कर्मचारी विज्ञान या मानव अंतरिक्ष उड़ान से संबंधित मिशन क्षेत्रों में कार्यरत हैं, जबकि अन्य कर्मचारी आईटी जैसे मिशन सपोर्ट रोल्स में हैं। प्रशासन ने इस कटौती को अंजाम देने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, बायआउट्स, और स्थगित इस्तीफों जैसे उपायों का सहारा लिया है।
दूसरी कंपनियों में भी छटनी के आसार
इस कदम का प्रस्ताव ट्रम्प प्रशासन द्वारा फरवरी में जारी एक कार्यकारी आदेश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य संघीय नौकरशाही को कम करना और कुछ सरकारी कार्यक्रमों को समाप्त करना है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस योजना को मंजूरी दी है, जिससे नासा सहित अन्य संघीय एजेंसियों में बड़े पैमाने पर छंटनी का रास्ता साफ हो गया है।
बजट कटौती का रिजल्ट
हालांकि, इस फैसले की आलोचना भी हो रही है। श्रमिक संघों और गैर-लाभकारी संगठनों ने चिंता जताई है कि इससे महत्वपूर्ण सरकारी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं और हजारों कर्मचारियों की आजीविका खतरे में पड़ सकती है। नासा ने अपने कर्मचारियों से 25 जुलाई तक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति या इस्तीफे के लिए निर्णय लेने को कहा है, जो बजट कटौती के दबाव का परिणाम है।
ट्रम्प प्रशासन की रणनीति का हिस्सा
यह कदम ट्रम्प प्रशासन की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें सरकारी दक्षता बढ़ाने और अनावश्यक खर्चों को कम करने का दावा किया गया है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि नासा जैसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक संगठन में इस तरह की कटौती से अंतरिक्ष अनुसंधान और वैज्ञानिक प्रगति पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।