आफरीदी ने पहले भी टिप्पणी की थी
हालांकि, इस आयोजन की टाइमिंग ने विवाद को और हवा दी। कुछ ही हफ्ते पहले कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आफरीदी ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए टिप्पणी की थी, जिसे कई लोगों ने अपमानजनक और उकसाने वाला बताया।
यूजर्स ने CUBAA की मंशा पर सवाल उठाए
कार्यक्रम का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। यूजर्स ने CUBAA की मंशा पर सवाल उठाए और पूछा कि जिस व्यक्ति ने बार-बार भारत विरोधी बयान दिए हैं, उसका स्वागत भारतीय मूल के समूह ने क्यों किया ? “देश विरोधी टिप्पणी करने वालों को ग्लैमर देना शर्मनाक है,” एक यूजर ने लिखा। “यह सिर्फ क्रिकेट नहीं, संवेदनशीलता का मामला है,” दूसरे यूजर की राय थी।
क्या विदेशों में भारतीय संगठनों को अधिक सावधानी नहीं बरतनी चाहिए?
दुबई में शाहिद आफरीदी के स्वागत ने सोशल मीडिया को दो फाड़ कर दिया है। एक तरफ कुछ यूजर्स ने इसे “स्पोर्ट्समैन स्पिरिट” बताया, वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने इस आयोजन को देशविरोधी और असंवेदनशील बताया। खास तौर पर ऐसे वक्त में, जब कश्मीर में जवान आतंक का शिकार हुए हों, अफरीदी जैसे विवादित व्यक्ति को मंच देना बहुतों को नागवार गुज़रा। “सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं और यहां दुबई में देशविरोधियों का स्वागत हो रहा है?”
“क्रिकेट के नाम पर देश का अपमान? शर्मनाक!”
आयोजकों की चुप्पी, क्या आएगा कोई स्पष्टीकरण ?
अब तक CUBAA या PAD की ओर से किसी आधिकारिक स्पष्टीकरण की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने आयोजकों की सोच और संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारतीय समुदाय के कई सदस्यों ने अब CUBAA से जवाब मांगना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ प्रतिभागी भी कार्यक्रम में अफरीदी की मौजूदगी से असहज महसूस कर रहे थे।
क्या आफरीदी की ‘इमेज वॉशिंग’ की कोशिश थी यह मुलाक़ात ?
विश्लेषकों का मानना है कि यह आयोजन सिर्फ एक पूर्व क्रिकेटर का मिलन नहीं, बल्कि ‘इमेज मैनेजमेंट’ का हिस्सा भी हो सकता है। खासकर जब अफरीदी पर बार-बार भारत विरोधी बयानबाज़ी के आरोप लगे हों। क्या यह मुलाकात दुबई जैसे ‘न्यूट्रल’ स्पेस में एक रणनीति का हिस्सा थी?
भारत विरोधी रुख ने इस स्वागत को विवाद का विषय बनाया
बहरहाल जहां एक ओर शाहिद अफरीदी की लोकप्रियता कुछ प्रशंसकों में कायम है, वहीं दूसरी ओर उनके हालिया बयान और भारत विरोधी रुख ने इस स्वागत को विवाद का विषय बना दिया है। इस आयोजन ने न केवल भारतीय सोशल मीडिया को विभाजित किया, बल्कि भारतीय समुदाय के एक हिस्से को आहत भी किया है।