मेदवेदेव के बयान से डर गए ट्रंप!
माना जा रहा है कि पूर्वी रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के डेड हेंड वाले बयान से अमेरिकी प्रशासन सकते में आ गया है। ट्रंप ने कहा कि मैंने दो परमाणु शक्ति संपंन्न पनडुब्बियों को उपयुक्त इलाके में भेजने का आदेश दिया है। अमेरिका ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि हम किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहें।
क्या है डेड हैंड?
दरअसल, डेड हैंड रूस का एक पुराना न्यूक्लियर हथियार कंट्रोल सिस्टम था। यह देश की लीडरशिप खत्म होने पर भी जवाबी हमले करने में सक्षम था। दिमित्री ने ट्रंप को चेताते हुए कहा था कि उन्हें डेड हैंड की ताकत याद रखनी चाहिए। भले ही वह आज मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति को द वॉकिंग डेड पर अपनी पसंदीदा फिल्म याद रखनी चाहिए। उनकी घबराहट साफ तौर पर बता रही है कि क्रैमिलन और रूस सही रास्ते पर हैं।
रूस को जंग खत्म करने का दिया था अल्टीमेटम
इससे पहले ट्रंप ने 28 जुलाई को स्कॉटलैंड की यात्रा के दौरान रूस को यूक्रेन के साथ जंग खत्म करने के लिए अल्टीमेटम दिया था। ट्रंप ने कहा था कि रूस के पास युद्ध खत्म करने के लिए 10 से 12 दिन का समय बचा है। ट्रंप के इस बयान पर रूस ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। दिमित्री ने कहा कि रूस कोई ईरान या इजरायल नहीं है जो अमेरिकी बयानबाजी के बाद चुप रहेगा। उसकी बातें मान लेगा। उन्होंने कहा कि ट्रंप के बयान अमेरिका को पूर्ण युद्ध के करीब ला रहा है। ट्रंप को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जैसा नहीं बनना चाहिए। दिमित्री के बयान पर ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी। ट्रंप ने कहा कि वह एक असफल राष्ट्रपति रहे हैं। वह अभी खुद को राष्ट्रपति समझते हैं। उन्हें अपनी जुबान पर लगाम लगानी चाहिए।