बहुत भावुक करने वाला क्षण : केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने इसे “बहुत भावुक करने वाला क्षण” बताते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: “यह हार्दिक आदान-प्रदान दर्शाता है कि कैसे भारत के विनम्रता और श्रद्धा के शाश्वत मूल्य दुनिया भर में गूंज रहे हैं। पीएम मोदी की विनम्र प्रतिक्रिया भारत के बढ़ते वैश्विक कद और गरिमा और गर्मजोशी के साथ सांस्कृतिक प्रभाव का प्रतीक है।”
यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है : मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा था, “यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है, यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है… मैं यह सम्मान भारत और साइप्रस के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों और हमारे साझा मूल्यों और आपसी समझ को समर्पित करता हूं।”
यह प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की यात्रा का हिस्सा (India Cyprus Relations)
साइप्रस की यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की यात्रा का हिस्सा है, जिसमें कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन भी शामिल है – भारत के लिए काफी रणनीतिक निहितार्थ रखती है, विशेष रूप से पाकिस्तान के तुर्की के साथ बढ़ते संबंधों की पृष्ठभूमि में बहुत अहम है।
पाकिस्तानी सेना ने तुर्की ड्रोन और अन्य मिसाइलों का इस्तेमाल किया था
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के खिलाफ हाल के पाकिस्तानी आक्रमण के दौरान, पाकिस्तानी सेना ने तुर्की ड्रोन और अन्य मिसाइलों का इस्तेमाल किया था। निकोसिया ने इससे पहले विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किया था।
साइप्रस के अगले वर्ष यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता संभालने की संभावना
साइप्रस के अगले वर्ष यूरोपीय संघ की परिषद की अध्यक्षता संभालने की संभावना है – अब भूमध्य सागर में एक रणनीतिक सहयोगी के रूप में उभरा है, क्योंकि भारत उस क्षेत्र में साझेदारी बढ़ा रहा है।
सम्मान (Makarios III Civilian Award) प्रथम राष्ट्रपति के नाम पर है
प्रधानमंत्री मोदी को साइप्रस में दिए जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III (Modi Cyprus Award)से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान साइप्रस गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति के नाम पर दिया जाता है। यह सम्मान राष्ट्र के प्रति सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्राध्यक्षों और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों को दिया जाता है।
तुर्की-पाक संबंधों की पृष्ठभूमि में भारत की सक्रियता
यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब तुर्की और पाकिस्तान के बीच रक्षा संबंधों में तेजी आई है। हाल ही में पाकिस्तान द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान तुर्की से प्राप्त ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। ऐसे में साइप्रस-जो अगले साल यूरोपीय संघ की परिषद की अध्यक्षता करेगा-भूमध्य सागर में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार के रूप में उभर रहा है।