बच्ची के सवाल से जन्मा आइडिया
‘इन्विटीन’ की शुरुआत की कहानी भी उतनी ही दिलचस्प है। स्टार्टअप की फाउंडर कातिया लेकार्स्की दक्षिणी फ्रांस में अपनी बेटी के साथ रहती थीं। एक बार उन्होंने अपना घर शादी के मेहमानों को किराए पर दिया। उनकी छोटी बेटी ने मासूमियत भरे सवाल के साथ पूछा, “मम्मी, हम शादियों में क्यों नहीं जाते?” इस सवाल ने कातिया के दिमाग में एक अनोखा आइडिया जगा दिया। उन्होंने सोचा, क्यों न एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जाए जहां लोग टिकट खरीदकर किसी की शादी में शामिल हो सकें? बस यहीं से ‘इन्विटीन’ का जन्म हुआ।
कॉन्सर्ट जैसे टिकट, शादी का मजा
‘इन्विटीन’ के प्लेटफॉर्म पर कई कपल्स अपनी शादी के टिकट बेच रहे हैं। टिकट की कीमतें किसी बड़े कॉन्सर्ट से कम नहीं हैं, जो 150 यूरो (लगभग 15,000 रुपये) से शुरू होकर 400 यूरो (लगभग 40,000 रुपये) तक जाती हैं। खास बात यह है कि दूल्हा-दुल्हन को यह सुविधा मिलती है कि वे टिकट खरीदने वालों की प्रोफाइल पहले देख सकते हैं, ताकि कोई अनचाहा मेहमान शादी में न घुस पाए। इस तरह, कपल्स न सिर्फ अपनी शादी का खर्च निकाल सकते हैं, बल्कि अपनी शादी को और भी यादगार बना सकते हैं।
क्यों है ये ट्रेंड वायरल?
‘इन्विटीन’ का यह कॉन्सेप्ट सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। कुछ लोग इसे शादी के खर्च को कम करने का शानदार तरीका मान रहे हैं, तो कुछ इसे शादी जैसे पवित्र बंधन का व्यावसायीकरण बता रहे हैं। एक यूजर ने एक्स पर लिखा, “150 यूरो में शादी में शामिल होना बुरा सौदा नहीं है!” वहीं, दूसरे ने कहा, “पैसा इंसानियत को ले डूबेगा।”
शादी अब सिर्फ परिवार तक सीमित नहीं
‘इन्विटीन’ जैसे प्लेटफॉर्म ने शादी को एक नए आयाम में ला दिया है। अब शादी सिर्फ परिवार और दोस्तों तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह एक ऐसा अनुभव बन गया है, जिसमें अजनबी भी शामिल होकर नाच-गाना और मस्ती का हिस्सा बन सकते हैं। खासकर विदेशियों के लिए, जो भारतीय शादियों के रंग-रूप और रीति-रिवाजों से आकर्षित होते हैं, यह एक अनोखा मौका है। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलिया का स्टार्टअप ‘JoinMyWedding’ भी विदेशियों को भारतीय शादियों में टिकट के जरिए शामिल होने का मौका देता है, जहां प्रति व्यक्ति 150-250 डॉलर (12,500-20,800 रुपये) का शुल्क लिया जाता है।
बन सकता है नया बिजनेस मॉडल
‘इन्विटीन’ और इस तरह के स्टार्टअप्स ने शादी को एक नए बिजनेस मॉडल के रूप में पेश किया है। यह न केवल कपल्स के लिए खर्च कम करने का जरिया है, बल्कि शादी को एक अनोखा अनुभव बनाने का मौका भी देता है। हालांकि, कुछ लोग इसे शादी की पवित्रता पर सवाल उठाने वाला कदम मानते हैं। आप इस बारे में क्या सोचते हैं? क्या यह शादी को और मजेदार बनाता है या इसे सिर्फ एक कमर्शियल इवेंट बना देता है?