क्या है घटना?
बच्ची की मां, जो पेशे से नर्स हैं और आठ साल से आयरलैंड में रह रही हैं, ने बताया कि वह अपनी बेटी को घर के बाहर खेलते हुए देख रही थीं। इस दौरान वह अपने 10 महीने के बेटे को दूध पिलाने के लिए घर के अंदर गईं। कुछ ही देर बाद बच्ची रोती हुई और सहमी हुई हालत में घर लौटी। मां के मुताबिक, हमलावरों में 12 से 14 साल के कुछ लड़के और एक 8 साल की लड़की शामिल थी। बच्ची ने बताया कि हमलावरों ने उसके बाल खींचे, गले और चेहरे पर मुक्के मारे और साइकिल से उसके निजी अंगों पर प्रहार किया।
हमलावार बच्चों को कॉउंसलिंग की जरुरत
बच्ची की मां, जो हाल ही में आयरलैंड की नागरिक बनी हैं, ने कहा, “मेरी बेटी अब बाहर खेलने से डरती है। वह रातभर बिस्तर पर रोती रही। हम अब अपने घर के सामने भी सुरक्षित महसूस नहीं करते।” उन्होंने यह भी बताया कि हमले के बाद उसी समूह को आसपास हंसते हुए देखा गया, जिसने उनकी बेटी पर हमला किया था। मां ने हमलावर बच्चों के लिए सजा की बजाय काउंसलिंग और मार्गदर्शन की मांग की है।
दूतावास की कार्रवाई
घटना की शिकायत स्थानीय पुलिस में दर्ज कराई गई है, और मामले की जांच शुरू हो चुकी है। भारतीय दूतावास ने इस घटना के बाद भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा चेतावनी जारी की है। दूतावास ने कहा कि हाल के दिनों में भारतीयों के खिलाफ नस्लीय हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है। भारतीयों को सुनसान और अंधेरी जगहों पर अकेले न जाने की सलाह दी गई है, साथ ही आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (08994 23734) और ईमेल (cons.dublin@mea.gov.in) भी उपलब्ध कराए गए हैं।