हेलीकॉप्टर से भी हमला हुआ था ?
एक दूसरी कॉल में, जो हसीना और उनके रिश्तेदार व ढाका साउथ के मेयर शेख फजले नूर तपोश के बीच हुई थी, उसमें उन्होंने बताया कि कुछ जगहों पर हेलीकॉप्टर से भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, “ऊपर से कार्रवाई शुरू हो चुकी है… कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हट भी चुके हैं।”
प्रदर्शन और हिंसा का परिणाम क्या रहा ?
बांग्लादेश में इन प्रदर्शनों में भारी हिंसा देखने को मिली थी। करीब 1,400 लोगों की मौत हुई। 20,000 से ज्यादा लोग घायल हुए। देशभर में सरकार के खिलाफ गुस्सा और डर का माहौल बन गया था।
शेख हसीना ने इस्तीफा देकर भारत में ली शरण
इन भारी विरोध प्रदर्शनों और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भारत पहुंच गईं। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायाधिकरण (ICT) ने इस घटना को मानवाधिकार उल्लंघन और सत्ता के दुरुपयोग का गंभीर मामला बताया है।
ऑडियो की पुष्टि कैसे हुई ?
अल जजीरा की इन्वेस्टिगेशन यूनिट (I-Unit) ने इस ऑडियो को फोरेंसिक एक्सपर्ट्स से जांच कराया। AI से छेड़छाड़ की संभावना को खारिज करते हुए आवाज का मिलान कर पुष्टि की गई कि कॉल करने वाली आवाज श
गुप्त कॉल में खुला हिंसा का राज़
एक चौंकाने वाले खुलासे में, अल जज़ीरा की जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 2024 में छात्र प्रदर्शनकारियों पर गोली चलवाने के आदेश दिए थे। रिपोर्ट के अनुसार, यह आदेश उन्होंने एक गुप्त कॉल के ज़रिए दिया था, जिसे राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र (NTMC) ने रिकॉर्ड किया था।
‘जहाँ भी दिखें, गोली मार दो’ – हसीना की कथित बात
शेख हसीना 18 जुलाई 2024 की रिकॉर्डिंग में अपने सहयोगी से कहती हैं, “मैंने पूरी तरह से खुला आदेश दिया है। जहाँ भी दिखें, गोली मार दी जाए। मैंने पहले तक रोका हुआ था, लेकिन अब नहीं।” इस कॉल की पुष्टि ऑडियो फोरेंसिक विशेषज्ञों ने आवाज़ की पहचान कर के की है।
प्रदर्शन पर नियंत्रण के लिए हेलिकॉप्टर तक इस्तेमाल की योजना
शेख हसीना ने ढाका के मेयर और अपने रिश्तेदार फजले नूर तपोश के साथ एक कॉल में यह भी कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हेलिकॉप्टरों का भी इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा, “ऊपर से कार्रवाई शुरू हो चुकी है, और कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारी भाग भी गए हैं।”
खूनी संघर्ष के बाद इस्तीफा और भारत भागने की खबर
बांग्लादेश इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल (ICT) के अनुसार, सरकार विरोधी प्रदर्शनों में अब तक लगभग 1,400 लोग मारे जा चुके हैं और 20,000 से अधिक घायल हुए। इस हिंसा और दमन के बाद शेख हसीना ने 5 अगस्त को पद से इस्तीफा दे दिया और भारत चली गईं।