बाढ़ ने मचाया हाहाकार
पिछले कुछ दिनों से पूर्वी एशियाई मानसून के कारण बीजिंग और उत्तरी चीन में मूसलाधार बारिश हो रही है। 24 घंटे में 448.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पूरे साल की औसत बारिश के बराबर है। इसने सड़कों, पुलों और बिजली आपूर्ति को भारी नुकसान पहुंचाया है। बीजिंग के 16 में से 10 जिलों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
80,000 से अधिक लोगों का स्थानांतरण
चीनी प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 80,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है। मियुन जिले में एक जलाशय से पानी छोड़ा गया, जो 1959 के बाद अपने उच्चतम स्तर पर था। बाओडिंग शहर और हेबेई प्रांत में भी हालात गंभीर हैं, जहां 24 जुलाई को 447.4 मिमी बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया।
राष्ट्रपति का निर्देश
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अधिकारियों को लापता लोगों की तलाश, प्रभावितों को बसाने और हताहतों की संख्या कम करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया है। बाढ़ के कारण 136 गांवों में बिजली गुल हो गई और दर्जनों सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रशासन ने लोगों से नदियों और निचले इलाकों से दूर रहने की अपील की है।
ग्लोबल वॉर्मिंग बन रही बारिश का कारण
वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण उत्तरी चीन में भारी बारिश की घटनाएं बढ़ रही हैं। 2023 में हेबेई प्रांत में सामान्य से 26% अधिक बारिश हुई थी, और यह ट्रेंड 2025 में भी जारी है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पुरानी बाढ़ सुरक्षा प्रणाली इस आपदा का सामना करने में नाकाम साबित हो रही है।
अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी कर लोगों से सतर्क रहने को कहा है। इस आपदा ने चीन की 280 लाख करोड़ की कृषि अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। चीन सरकार और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
पाकिस्तान में बारिश और बाढ़
पाकिस्तान में मानसूनी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। जुलाई 2025 तक, देशभर में 234 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 135 मौतें अकेले पंजाब प्रांत में हुई हैं। खैबर-पख्तूनख्वा में 56 मौतें (30 बच्चे शामिल), सिंध में 24 और बलूचिस्तान में 16 लोगों की जान गई है। स्वात घाटी में अचानक आई बाढ़ ने 14 लोगों की जान ली, जिनमें ज्यादातर बच्चे और परिवार शामिल हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने 5-10 जुलाई तक और भारी बारिश, फ्लैश फ्लड और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। 2022 की तरह विनाशकारी बाढ़ की आशंका से लोग भयभीत हैं, जब देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया था। 826 घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं, और 596 लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्यों के लिए सैन्य हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।