साउथ कोरिया में मची खलबली
ट्रंप के इस ‘टैरिफ बम’ से साउथ कोरिया (South Korea) में खलबली मच गई है। ट्रंप के इस ऐलान से साउथ कोरिया में बुरा प्रभाव अभी से ही देखने को मिल गया लगा है। देश में मंदी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। वहाँ के लगभग सभी टॉप बिज़नेस को काफी नुकसान हुआ है।
कंस्ट्रक्शन क्षेत्र को भारी नुकसान
मंगलवार को साउथ कोरिया विकास संस्थान की तरफ से इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें दावा किया गया है कि इन दिनों साउथ कोरिया की घरेलू मांग काफी कमज़ोर हुई है और अमेरिका की आक्रामक टैरिफ नीति के कारण देश की अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ गई है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि साउथ कोरियाई अर्थव्यवस्था पिछले महीने की तरह ही सुस्त स्तर पर बनी हुई है। कंस्ट्रक्शन क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है, जबकि मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र को भी भारी घाटे का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उत्पादन वृद्धि में कमी आ रही है।
उत्पादन में कमी
बताया जा रहा है कि ग्लोबल मार्केट में चिप की भारी-भरकम बिक्री के बावजूद साउथ कोरिया को ज़्यादा फायदा नहीं मिल पाया। वाहन और अन्य कई क्षेत्र अमेरिका की आक्रामक टैरिफ नीति से प्रभावित हैं, जिसके चलते उत्पादन में कमी हुई है।
25% टैरिफ का ऐलान
ट्रंप ने सोमवार कहा कि उनकी सरकार 1 अगस्त से सभी साउथ कोरियाई उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाएगी। इससे साउथ कोरिया को और ज़्यादा नुकसान हो सकता है।
इन देशों पर ट्रंप ने लगाया भारी-भरकम टैरिफ
बता दें कि ट्रंप ने जिन 14 देशों पर एक बार फिर ‘टैरिफ बम’ फोड़ा है, उनमें जापान, साउथ कोरिया, म्यांमार, लाओस, साउथ अफ्रीका, कज़ाकिस्तान, मलेशिया, ट्यूनीशिया, इंडोनेशिया, बोस्निया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया और थाईलैंड शामिल हैं।