अमेरिकी अदालत ने लगाए नौ आरोप
33 वर्षीय ज़ेवेई पर एक अमेरिकी अदालत ने नौ आरोप लगाए गए हैं। ज़ेवेई पर चीन के मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी के लिए काम करते हुए COVID-19 के टीके, इलाज और जांच पर शोध कर रहे अमेरिकी विश्वविद्यालयों, इम्यूनोलॉजिस्ट (प्रतिरक्षा वैज्ञानिकों) और वायरोलॉजिस्ट (विषाणु वैज्ञानिकों) को निशाना बनाने का आरोप है। चार्जशीट में ज़ेवेई के अलावा झांग यू नामक एक अन्य आरोपी का भी नाम शामिल है, जो फिलहाल चीन में है।
हाफनियम नामक चीनी समूह का हिस्सा है जेवेई
अमेरिका के अनुसार, ज़ेवेई हाफनियम नामक एक चीनी सरकारी संरक्षण प्राप्त हैकिंग समूह का हिस्सा है। इस समूह पर 2021 में माइक्रोसॉफ्ट के ईमेल सॉफ्टवेयर में घुसपैठ करके बड़े पैमाने पर जासूसी अभियान चलाने का आरोप लगा था।
टेक्सास प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया शुरु
गिरफ्तारी के बाद, मंगलवार को ज़ेवेई को मिलान की एक अदालत में पेश किया गया। इसके बाद उसे अमेरिकी न्याय विभाग ने टेक्सास प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया शुरु कर दी। ज़ेवेई पर टेक्सास में वायर धोखाधड़ी, पहचान की चोरी और हैकिंग से जुड़े आरोप हैं। इटली के न्याय मंत्रालय ने भी इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिका ने रोम को ज़ेवेई के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध भेजा है।
चीन ने दी यह प्रतिक्रिया
वाशिंगटन डीसी में मौजूद चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यु ने जेवेई की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि, पहले भी कई बार इस तरह की अफवाहें सामने आई है, लेकिन चीन इस मामले पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुका है। उन्होंने आगे कहा कि, चीन की वैक्सीन रिसर्च और डवलपमेंट दुनिया में सबसे उन्नत है। इसलिए चीन को तथाकथित चोरी के ज़रिए टीके हासिल करने की न तो ज़रूरत है और न ही उसका ऐसा कोई इरादा है।