बोलसोनारो के साथ हो रहे बर्ताव के कारण लगाया टैरिफ: ट्रंप
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका ने 50 फीसदी टैक्स लगाने का फैसला ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ हो रहे बर्ताव को देखते हुए लिया है। बता दें कि बोलसानारो इस समय ब्राजील में तख्तापलट की साजिश रचने के आरोप का सामना कर रहे हैं।
लूला ने कहा- हम संप्रभु राष्ट्र, बाहरी दखल नहीं स्वीकार्य
ट्रंप के इस बयान पर ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने तीखी प्रतिक्रिया दी। राष्ट्रपति डी सिल्वा ने कहा कि ब्राजील एक संप्रभु राष्ट्र है। जिसकी अपनी स्वतंत्र संस्थाएं हैं। हम किसी भी प्रकार का बाहरी दखल स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो पर चल रही कार्रवाई पूरी तरह से न्यायपालिका के अधीन है। कोई बाहरी दवाब स्वीकार नहीं किया जाएगा। राष्ट्रपति लूला ने कहा कि ब्राजील में अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता का मतलब हिंसा, आक्रामकता या नफरत फैलाना नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्राजील किसी भी तरह के ऑनलाइन हेट स्पीच, नस्लवाद, बाल शोषण या अन्य किसी प्रकार के दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगा। राष्ट्रपति डी सिल्वा ने कहा कि देश में काम करने वाली सभी कंपनियों चाहे वे स्वदेशी हों या विदेशी, उन्हें ब्राजील के कानूनों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्राजील के बीच व्यापार में बीते 15 वर्षों में अमेरिका को 410 अरब डॉलर का फायदा हुआ है। यह बात अमेरिकी रिपोर्ट से ही सामने आई है।
ब्रिक्स को खुली धमकी, खुद को बताया स्मार्ट प्रेसिडेंट
ट्रंप ने इसके साथ ही ब्रिक्स सूमह में शामिल देशों को सीधी धमकी दी है। ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स संगठन अमेरिका को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया गया है। उन पर जल्द ही 10 प्रतिशत शुल्क लगेगा। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स डॉलर को कमजोर कर वैश्विक मानक से हटाना चाहता है। उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि आपके पास स्मार्ट राष्ट्रपति है तो आप डॉलर की स्थिति नहीं खोएंगे, लेकिन पिछली बार जैसा मूर्ख राष्ट्रपति हुआ तो डॉलर भी जाएगा। डॉलर का कमजोर होने का मतलब है, विश्व युद्ध हारना।
इन देशों पर लगाया टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते बुधवार को 7 देशों पर भारी भरकम टैरिफ लगाने की घोषण की। उन्होंने अल्जीरिया, इराक, लीबिया, श्रीलंका, ब्रुनेई, मोल्दोवा और फिलीपींस पर टैरिफ लगाने का एलान किया। ये आयात शुल्क 1 अगस्त से लागू होंगे। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने म्यांमार, लाओस, दक्षिण अफ्रीका, कजाखस्तान, मलेशिया, ट्यूनिशिया, इंडोनेशिया, बोस्निया एंड हर्जेगोविना, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया और थाईलैंड को भी अपने नीति में शामिल कर लिया है।