उन्होंने इस संबंध में एक्स पर पोस्ट में कहा
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, “यह नया भारत है जो रुकता नहीं, झुकता नहीं और माफ नहीं करता। यह नया भारत है जिसने एक आदर्श बदलाव किया है और कहा है कि हम मुंहतोड़ जवाब देंगे… हम पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ जो कुछ भी करने की जरूरत है, वह करने में सक्षम हैं, लेकिन आतंकवाद एक वैश्विक मुद्दा है और इसलिए हम विभिन्न देशों की यात्रा कर रहे हैं…”
बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची(Congress AAP Reaction)
स्वराज के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। कांग्रेस ने इसे चुनावी बयानबाजी करार दिया है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने बांसुरी स्वराज पर निशाना साधते हुए कहा कि वह देश के विरोधियों का बचाव करती रही हैं। आप की नेता आतिशी ने बांसुरी स्वराज के ललित मोदी मामले में बचाव करने को लेकर सवाल उठाए हैं। भा.ज.पा. सांसद के इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई नरमी नहीं बरतेगा और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगा।
इस तीखे बयान पर सियासी हलकों में गर्माहट आई
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पलटवार करते हुए कहा : “बयान देना आसान है, मगर जब सीमा पर जवानों की शहादत होती है, तब सरकार की चुप्पी भी उतनी ही बोलती है।” आप नेता आतिशी ने तंज कसते हुए कहा : “ललित मोदी जैसे भगोड़ों के वकील अब देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं!” बीजेपी समर्थकों ने स्वराज के बयान को ‘डिप्लोमैटिक स्ट्राइक’ बताया। ट्विटर पर #BansuriRoars ट्रेंड करने लगा है।
क्या अगली विदेश यात्रा में आतंकवाद प्रमुख एजेंडा होगा ? सूत्रों के मुताबिक, बांसुरी स्वराज आने वाले हफ्तों में यूरोप और अमेरिका का दौरा करेंगी। वहां भारत आतंकवाद को लेकर साझेदार देशों से सख्त एक्शन की मांग करेगा।
क्या UN में नई रणनीति पेश की जाएगी ?
संभावना है कि भारत संयुक्त राष्ट्र में “पाक-प्रायोजित आतंकवाद” के खिलाफ नई प्रस्तावना लाने की तैयारी में है। बांसुरी बनाम बांसुरी : पुराना वीडियो वायरल
जहां एक ओर बांसुरी स्वराज आतंक के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रही हैं, वहीं सोशल मीडिया पर पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें वह पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी के रूप में नहीं, बल्कि एक लॉयर के तौर पर ललित मोदी का पक्ष रखती दिखती हैं। यह पहलू एक छवि टकराव पैदा कर रहा है-राष्ट्रवादी नेता बनाम पूर्व क्लाइंट का वकील।