बलूचिस्तान के शहर पर किया कब्ज़ा
बलूच नेता और विद्रोही भले ही खुद को पाकिस्तान का हिस्सा नहीं मानते, लेकिन आधिकारिक रूप से बलूचिस्तान अभी भी पाकिस्तान का हिस्सा है। बलूचिस्तान में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सरफराज बुगती (Sarfraz Bugti) मुख्यमंत्री हैं। आधिकारिक सरकार होने के बावजूद बलूच लिबरेशन आर्मी – बीएलए (Baloch Liberation Army- BLA) ने प्रांत में कुछ ऐसा किया है जिसकी उम्मीद शायद ही सरकार और सेना ने की होगी। बीएलए के लड़ाकों ने बलूचिस्तान के सुराब शहर पर कब्ज़ा कर लिया है।
सेना और पुलिस को खदेड़ा
बलूच लिबरेशन आर्मी ने दावा किया है कि उन्होंने सेना और पुलिस को सुराब शहर से बाहर खदेड़ दिया है। काफी देर चली मुठभेड़ के बाद बीएलए के लड़ाकों को सेना और पुलिस के खिलाफ कामयाबी मिली।
स्थानीय लोग भी विद्रोहियों के साथ
जानकारी के अनुसार स्थानीय लोग भी बलूच विद्रोहियों यानी कि बीएलए के लड़ाकों के साथ हैं। बीएलए के लड़कों ने क्वेटा-कराची और सुराब-गिदर हाइवे पर तलाशी शुरू कर दी है और जिले के भीतर और आसपास के रास्तों पर सख्त नाकाबंदी कर दी है। यह सब आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नज़र के लिए किया जा रहा है।