श्रद्धालुओं को भीड़ में छोड़कर गायब हो जाते हैं ठग
एसीपी डा. अतुल अंजान त्रिपाठी न बताया कि दशाश्वमेध सर्किल का कार्यभार संभालने के बाद गोदौलिया और चौक क्षेत्र के व्यापारियों, यातायात मित्रों के साथ बैठक की। व्यापारियों ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास गलियों में घूम कर फूल-माला बेचने वाले कुछ दुकानदार और युवक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ठगी करते हैं। सुगम दर्शन का झांसा देकर 500 से 2,000 रुपये तक वसूली करते हैं। रुपये लेने के बाद वे श्रद्धालुओं को भीड़ के बीच छोड़ कर गायब हो जाते हैं।
ऐसे हुई आरोपियों की गिरफ्तारी
एसीपी दशाश्वमेध ने बताया कि हाई डेफिनिशन (एचडी) सीसी कैमरों की मदद से निगरानी कराई गई । चिह्नित चेहरों को पकड़ने के लिए दशाश्वमेध थानाध्यक्ष विजय कुमार शुक्ला और चौक थानाध्यक्ष विमल कुमार मिश्रा के नेतृत्व में छह पुलिसकर्मियों को विश्वनाथ मंदिर जाने वाली मुख्य सड़कों और उसके इर्द-गिर्द की गलियों में श्रद्धालु बना कर भेजा गया। इस तरह 21 लोगों को पकड़ लिया गया। इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी गिरफ्तार आरोपी
निखिल पांडेय, राजू पांडेय, लकी पांडेय (बड़ी पियरी, प्रतीक सिंह (बांसफाटक), मोनू सिंह (बलुआबीर), गुरु प्रसाद जायसवाल उर्फ ऋषि, छोटू पांडेय, (लहरतारा), विशाल पाण्डेय, ईशान मिश्रा, विनायक मिश्रा, (दुर्गाकुंड, भेलूपुर), संकठा प्रसाद, (छोटी पियरी), रंधावा विश्वकर्मा, (रामापुरा) अमीर, (रसूलागंज, मिर्जापुर), संजय पाण्डेय, (चौकाघाट), मनीष पाण्डेय, (त्रिलोचन बाजार-आदमपुर), सचिन जायसवाल (सोनारपुरा), गोलू साहनी (पड़ाव), अजय कुमार (महमूरगंज) बृजेश कुमार, पवन साहनी (जंगमबाड़ी) और अजय कुमार, (मुगलसराय)।