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उन्नाव

तो इन ट्रेनों के कारण मजदूरों, गरीबों, छात्रों की ट्रेनों को बंद किया गया- जिला दैनिक यात्री संघ

Memu trains not operated because of this कानपुर-उन्नाव-लखनऊ के बीच चलने वाली मेमू ट्रेनों को ना चलाए जाने पर जिला दैनिक यात्री संघ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इन ट्रेनों की वजह से मेमू और पैसेंजर गाड़ियां नहीं चल रही है।

उन्नावJul 02, 2025 / 08:25 am

Narendra Awasthi

Memu trains not operated because of this कानपुर-उन्नाव-लखनऊ के बीच चलने वाली मेमू ट्रेनों को रेल मंत्रालय ने करोना काल में बंद कर दिया था। इन मेमू ट्रेनों फिर से चलाने की घोषणा नहीं की गई। जिससे दैनिक यात्रियों को मायूसी छाई है। उन्हें जान जोखिम में डालकर कर सड़क मार्ग से यात्रा करना पड़ रहा है। जिससे समय और पैसे दोनों की बरबादी हो रही है।1 जुलाई से जिला दैनिक यात्री संघ को बंद पड़ी मेमू ट्रेनों के शुरू करने की उम्मीद थी। लेकिन निराशा हाथ लगी। उन्होंने मेमू ट्रेनों को शुरू करने की मांग की है। इसकेेे साथ ही रेल यात्री टिकट, दैनिक रेल यात्रियों से संबंधित प्रस्ताव को रेल मंत्रालय ने मंजूरी देने का स्वागत किया है।
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उत्तर प्रदेश के उन्नाव में जिला दैनिक यात्री संघ के जिलाध्यक्ष मुर्तजा हैदर रिजवी ने मासिक सीजनल टिकट (MST) के मूल्य में किसी प्रकार की वृद्धि न करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इससे दैनिक यात्रियों को राहत मिलेगी। साथ ही रेल यात्री टिकट और दैनिक रेल यात्रियों से संबंधित प्रस्ताव को रेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने का भी उन्होंने स्वागत किया है।

1 जुलाई से मेमू ट्रेनों के संचालन की थी उम्मीद

मुर्तजा हैदर रिजवी ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि 1 जुलाई से लखनऊ-कानपुर सहित अन्य रुटों की बंद की गई ट्रेनों का संचालन एक बार फिर शुरू हो जाएगा। लेकिन रेल मंत्रालय ने दैनिक यात्रियों के लिए लाइफ लाइन कहीं जाने वाली मेमू ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया है। जिससे मजदूरों, किसानों, कर्मचारियों, छात्रों, गरीबों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

वीवीआईपी ट्रेनों के नाम पर चढ़ाई गई मेमू ट्रेनों की बलि 

जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार पूंजीपतियों, उद्योगपतियों की यात्राओं का विशेष ध्यान रख रही है। यही कारण है कि वंदे भारत, शताब्दी, हमसफर जैसी वीवीआईपी ट्रेनों का संचालन पर विशेष ध्यान दे रही है। ‌ रोज एक नई वीवीआईपी ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जा रही है। जिसकी वह निंदा करते हैं। 

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