क्राउड मैनेजमेंट के हिसाब से चौड़ी हो रहीं सड़कें
उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा चौड़ी की जा रही दोनों सड़कें सिंहस्थ के दौरान क्राउड मैनेजमेंट के हिसाब से महत्वपूर्ण है। दोनों ही सड़कों पर सिंहस्थ के दौरान अत्यधिक यातायात का दबाव रहता है। शंकराचार्य चौराहे से भूखीमाता मंदिर होते हुए उजड़खेड़ा हनुमान मंदिर तक सिंहस्थ में सर्वाधिक दबाव रहता है। लिहाजा 50 करोड़ से पूरे मार्ग को सिक्सलेन (30 मीटर) में तब्दील किया जा रहा है। उजड़खेड़ा के बाद से यह सड़क फोरलेन में तब्दील होकर बड़नगर रोड से कनेक्ट हो जाएगी। इसी तरह सिंहस्थ में खाकचौक से राम जनार्दन मंदिर होते हुए गढ़कालिका व भर्तृहरि गुफा तक के मार्ग पर भीड़ रहती है। ऐसे में 25 करोड़ की लागत से पूरे मार्ग को 24 मीटर होकर फोरलेन बनाया जाएगा। उज्जैन विकास प्राधिकरण को सौंपा जिम्मा
दोनों सड़कों के निर्माण की जिमेदार उज्जैन विकास प्राधिकरण को इसलिए सौंपी गई है कि यह आध्यात्मिक नगरी योजना में आ रही है। इसलिए इन सड़कों को लोक निर्माण विभाग की बजाय प्राधिकरण को निर्माण के लिए कहा गया है। अगले दिनों में आध्यात्मिक नगरी योजना पर काम शुरू होने के दौरान सिंहस्थ क्षेत्र में सड़क व अन्य निर्माण कार्य भी प्राधिकरण ही करेगा। सीईओ यूडीए संदीप सोनी ने बताया कि सिंहस्थ क्षेत्र में दो सड़कें प्राधिकरण बना रहा है। इसमें एक सड़क सिक्सलेन तो दूसरी फोरलेन रहेगी। दोनों के टेंडर जारी कर दिए हैं।