देहाती खरीद पर बड़ा असर
मेवाड़ में आदिवासी अंचल में सोने के बजाय चांदी के इस्तेमाल का चलन अधिक है। अभी खरीद पर दुगुना बजट लग रहा है। ऐसे में खरीद कम होगी। व्यापारियों को भी लग रहा था कि अभी तक बढ़ी कीमतें सर्वाधिक है, लेकिन इससे भी ऊपर बढ़ोतरी समझ से परे हो रही है।यह स्थिति जानें
1- उदयपुर में आमतौर पर हर दिन 50 किलो चांदी की खरीद होती है, जिससे 5 करोड़ रुपए तक का कारोबार हो जाता है।2- शादियों के सीजन में डिमांड बढ़ जाती है और 100 किलो तक बिक्री होकर कारोबार 10 करोड़ रुपए तक हो जाता है।
चांदी के बढ़ते भाव से खरीदारी पर पड़ा असर
चांदी के बढ़ते भाव से खरीदारी पर असर पड़ा है। बहुत आवश्यकता होने पर या छोटी जरुरत पर ही खरीद की जा रही है। लोगों की खरीद क्षमता इतनी नहीं है कि हर भाव में खरीदारी चलती रहे। यही स्थिति रही तो स्थानीय व्यापार खत्म हो जाएगा। कारण अंतरराष्ट्रीय तेजी है और कोई कारण विशेष नहीं लगता।इंदरसिंह मेहता, संरक्षक, श्री सर्राफा संघ राजस्थान