‘मुझे टीवी शोज से निकाल दिया गया, बड़े रोल छिन गए’, रात भर रोता था ये फेमस एक्टर
Ali Merchant Struggle: कुछ गलत फैसले और कई विवादों में फंसे होने के कारण फेमस टीवी एक्टर को शो से निकाल दिया गया था। वह रात-रात भर रोते थे; अपने एपिसोड्स को देखकर…
Ali Merchant Struggle Story: वेब शो ‘लिबास’ और रियलिटी शो ‘लॉक अप सीजन 1’ से पहचान बनाने वाले एक्टर अली मर्चेंट ने हाल ही में अपने करियर के मुश्किल दौर को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि साल 2010 उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा, जहां कुछ गलत फैसलों और विवादों की वजह से उनका करियर डगमगाने लगा था।
अली ने कहा, “2010 का साल मेरी जिंदगी का सबसे कठिन समय था। मैंने कुछ गलत फैसले लिए, जो मुझे कई विवादों में ले गए। इसका असर मेरे करियर पर पड़ा। मुझे टीवी शोज से बाहर कर दिया गया, मेरे हाथ से बड़े-बड़े रोल निकल गए। धीरे-धीरे मैं अपनी पहचान और जिंदगी का मकसद खोने लगा।”
उन्होंने आगे कहा, “जब मैं टीवी पर अपने पुराने शोज के 1000 से ज्यादा एपिसोड्स और लीड रोल्स देखता था, तो आंखों से आंसू बहने लगते थे। रात भर मैं सो नहीं पाता था। मुझे थैरेपी की मदद लेनी पड़ी और इस सच को स्वीकार करने में भी वक्त लगा कि ‘मैं ठीक नहीं हूं’।”
ट्रोलिंग पर अली मर्चेंट ने क्या कहा?
अली मर्चेंट ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग को लेकर खुलकर अपनी राय रखी और बताया कि कैसे पहले यह उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित करता था, लेकिन अब वह उसे एक हल्के में लेते हैं।
यह भी पढ़ें: वरुण धवन की हुई फजीहत, अपकमिंग फिल्म का इम्पोर्टेन्ट क्लिप लीक, वीडियो देख एक्टर पर भड़के यूजर्स उन्होंने कहा, “पहले ट्रोल्स की बातें मुझे बहुत परेशान कर देती थीं। लेकिन अब मैं उनके सबसे बेवकूफाना कमेंट्स के स्क्रीनशॉट लेकर अपने दोस्तों के ग्रुप में भेजता हूं और हम सब मिलकर खूब हंसते हैं। जिन लोगों को आपकी जगह पर होने का मौका नहीं मिला, अगर वही होते, तो शायद वो टूट जाते। ऐसे लोगों की नफरत को अपने ऊपर हावी होने देने की जरूरत नहीं है। उन्हें ब्लॉक करो, डिलीट करो और अपनी लाइफ को मस्ती से जियो।”
अली ने आगे कहा, “ट्रोल्स की बातें तभी तक चुभती हैं जब तक आप उन्हें अहमियत देते हैं। ये लोग मच्छरों की तरह होते हैं… सिर्फ परेशान करते हैं, उनका कोई मतलब नहीं होता, बस अपनी कुंठा दूसरों पर निकालते हैं।”
कमजोरी ही असली ताकत…
मानसिक स्वास्थ्य पर बात करते हुए अली ने कहा, “हम कलाकार हैं, इंसान हैं—रोबोट नहीं। लेकिन इस इंडस्ट्री में जैसे ही कोई अपनी कमजोरी की बात करता है, लोग मान लेते हैं कि उसका करियर खत्म हो गया। जबकि सच्चाई यह है कि अपनी कमजोरी को स्वीकार करना ही असली ताकत है।”