लेकिन हैरानी की बात यह है कि अभी 4 महीने से स्टाफ में एक भी सिपाही चौकी में मौजूद नहीं होने से ताला लगा हुआ है। 4 महीने पहले पनवाड़ चौकी इंचार्ज बद्रीलाल यादव पदोन्नत हो जाने के कारण अन्यत्र चले जाने के कारण अभी पुलिस चौकी पनवाड़ को कोई संभालने वाला नहीं है। जबकि पनवाड़ चौकी में तीन पंचायत के लगभग डेढ़ दर्जन गांव की सुरक्षा व्यवस्था चौकी के भरोसे है।
इस मामले में ग्राम वासियों ने सभी पदों को भरने के लिए भी अवगत करा दिया गया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान पुलिस चौकी खंडहर में तब्दील हो गई है जिसके कभी भी गिरने का खतरा बना हुआ है।हालांकि ग्राम पंचायत की ओर से पौने दो बीघा जमीन मॉडल स्कूल के पास आवंटित है लेकिन अभी सरकार की ओर से नया भवन बनाने के लिए कोई स्वीकृति जारी भी नहीं हुई है।
अगर राज्य सरकार ध्यान देती है तो जल्दी ही इस पर कार्रवाई करके पुलिस चौकी को नया भवन का इंतजार खत्म हो सकता है। सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से रविवार रात को चोरों ने एक मकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया।