पूर्ण चौकसी व सावधानी से निगरानी
साथ ही बांध में जल संग्रहण को लेकर टेस्टिंग कार्य के दौरान पूर्ण चौकसी व सावधानी से निगरानी रखी जा रही है। प्रारंभ में दो गेटो पर 249 लेवल तक करीबन तीन मीटर तक पानी रोक कर प्रारंभिक जांच के लिए टेस्टिंग की गई थी। उसके बाद दो व शनिवार को 12 गेट बंद किए गए। रविवार को 6 अन्य गेट बंद करने से अब 22 गेट बंद हो चुके है। शेष 6 गेटो से पानी की निकासी जारी है।बीसलपुर का भी व्यर्थ जल रूकेगा
पानी के बांध मे ठहराव के बाद जन अभियान्त्रिकी विभाग द्वारा जल वितरण की योजना साकार हो पाएगी। इस बांध के माध्यम से दौसा जिले के 1 हजार 79 गांव, 5 शहर तथा सवाई माधोपुर जिले के 177 गांव और एक शहरी क्षेत्र में पेयजल की सप्लाई होगी। यह बीसलपुर बांध से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है।बीसलपुर बांध के भरने के बाद व्यर्थ बहने वाला पानी ईसरदा बांध मे रूकने से यह लाखों लोगों के लिए अमृत साबित होगा। साथ ही इसके पूर्ण होने पर राजस्थान के 13 से भी ज्यादा जिलों की प्यास बुझाने के लिए बनी राम जल सेतु परियोजना ईआरसीपी के अंतर्गत राम जल सेतु परियोजना लाभकारी साबित होगी। साथ ही इससे जयपुर के रामगढ बांध को भरने के लिए भी कार्य योजना जारी है।बांध परियोजना एक नजर में
डेम- 28 गेट लंबाई एवं चौड़ाई-15.50 बाई 13 मीटरगेटों का संचालन- स्काड़ा सिस्टम से बांध की लंबाई- 623 मीटर
पूर्ण भराव क्षमता-10.77 टीएमसी तथा अधिकतम जलस्तर 262.00 आरएल मीटर