ये है पूरा मामला
शुक्रवार दोपहर 2 बजे करीब कमलेश अहिरवार के पुत्र जितेंद्र की राछ गांव से निकाली जा रही थी। दूल्हा जितेंद्र घोड़े पर बैठा तो परिजन आगे नाचते हुए चल रहे थे। जब यह राछ गांव के असरदार परिवार के दरवाजे पर पहुंची तो बाहर निकली एक महिला ने इस पर गुस्सा किया और शांति से बिना बाजे के घर के सामने से निकलने की बात कही, लेकिन जब यह लोग नहीं माने तो उसने दरवाजे से पत्थर उठाकर राछ में शामिल लोगों पर फेंकने शुरू कर दिए।
घटना का वीडियो वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ ही भीम आर्मी के अध्यक्ष संजू चौधरी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और उसे मुख्यमंत्री के साथ ही एसपी को टैग कर दिया। बताया जा रहा है कि इस घटना में दूल्हा के साथ ही कुछ अन्य लोगों को चोटें आईं हैं जिनका इलाज कराया गया है। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही बड़ागांव थाना प्रभारी नरेंद्र वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। साथ ही उन्होंने यहां से पत्थर फेंकने वालों को अभिरक्षा में ले लिया। इसके बाद काफी देर तक थाने में ही राजीनामा करने का प्रयास चलता रहा, लेकिन लोग नहीं माने। इस पर पुलिस ने उनकी शिकायत पर अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम एवं अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि बताया कि पुलिस ने आरोपी भानकुंवर, द्रगपाल एवं सूर्यपाल परमार पर मामला दर्ज कर लिया है।
पहले भी सामने आ चुके हैं मामले
विदित हो कि जिले में जातिवाद का जहर अब भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पहले भी जिले में इस प्रकार के मामले सामने आ चुके है। 6 माह पूर्व बल्देवगढ़ थाने में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। पुलिस की सुरक्षा के बीच दलित दूल्हे की घोड़े पर राछ निकली थी।