बता दें कि टीम ने किशनगढ़ से मंगवाई गई इफको की 50 बैग डीएपी, कृभको के 160 बैग एनपीके, 380 बैग बायो पोटाश, 10 बैग यूरिया, 30 बैग आईपीएल की डीएपी और विभिन्न प्रकार की कीटनाशक व बीज आदि बरामद करने की कर्रवाई की।

काफी समय से चल रहा था कारोबार
यह अवैध कारोबार काफी समय से चल रहा था और इसकी सूचना गांव के किसान बालमुकुंद गोदारा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को दी। संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. सतीश कुमार शर्मा के नेतृत्व में कृषि विभाग की टीम ने बुधवार रात 9 बजे तक कार्रवाई की। डॉ. शर्मा ने कहा कि गुरुवार सुबह भी कार्रवाई जारी रहेगी और अवैध सामग्री को जब्त कर दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
दुकानदारों ने दो घंटे तक अधिकारियों को किया गुमराह
सहायक निदेशक सुरजीत बिश्नोई ने बताया कि गांव मिर्जेवाला में दुकानदार राजेश रहेजा और विनोद धारिणयां दो घंटे तक गुमराह करते रहे। टीम ने दुकान के पास एक घर में बने गोदाम की तलाशी ली, जहां विभिन्न ब्रांडों के आईपीएल, ईएफको, कृभको के नाम से भरे थैले मिले। इनमें डीएपी, एनपीके, पोटाश, कीटनाशक, सूक्ष्म पोषक तत्व और बीज बड़ी मात्रा में मिले। यह अजमेर के किशनगढ़ से मंगवाए गए थे, लेकिन उनके बिल मौजूद नहीं थे।

गोदाम में रखी हुई सामग्री संदेहास्पद
कृभको के प्रतिनिधि राजेश बिश्नोई ने बताया कि पिछले सात महीनों से उनकी कंपनी ने एनपीके 12:32:16 और डीएपी आदि उत्पादों की आपूर्ति नहीं कर रही है। जबकि गोदाम में रखी हुई सामग्री संदेहास्पद है। वहीं, इफको के प्रतिनिधि सोहनलाल ने भी कहा कि उनके ब्रांड के बैग वहां मौजूद नहीं हैं।
पूछताछ करने पर राजेश रहेजा ने बताया कि यह सारे ब्रांड की डीएपी और एनपीके किशनगढ़-अजमेर से मंगवाए गए हैं। कई गोदामों में छापेमारी के दौरान माल जब्त हुआ। उन्होंने अवैध खाद, कीटनाशक व अन्य उत्पादों की निरीक्षण कर उसे ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड के गोदाम में रखवाया और सील कर दिया।
टीम में सहायक निदेशक सुरजीत बिश्नोई, सुशील कुमार शर्मा, सहायक कृषि अधिकारी विकास भादू, रजनी गुंबर, छोटूराम सुथार, कृषि पर्यवेक्षक नेतराम भुंवाल, ममता देवी,आकाश भांभू, गोविंद राम, राजेश कुमार की टीम ने कारवाई के दौरान किसानों के बयान भी दर्ज किए गए।
कृषि मंत्री ने की थी कार्रवाई
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने गत माह तीन और चार जून को श्रीगंगानगर में बीज निर्माता फर्मों पर छापामार कार्रवाई की गई थी, जिसमें कई अनियमितताएं पाई गईं। इसके बाद सूरतगढ़ में खाद व कीटनाशक जब्त करने की कार्रवाई की गई।
इसके बाद प्रदेश में खलबली मच गई थी। इससे पहले अमानक खाद की फैक्ट्री किशनगढ़ अजमेर में पकड़ी गई थी। ऐसे में वहां से मंगवाए गए विभिन्न ब्रांड की डीएपी और एनपी खाद जब्त करने की कार्रवाई की गई।