पूरी जिम्मेदारी फिर भी नदारद मरीजों को समय पर व्हीलचेयर, स्ट्रेचर और फाइल शिटिंग जैसी सेवाएं मिलनी चाहिए, जो कि इन मल्टी टॉस्क वर्कर्स की जिम्मेदारीहोती है इसके बावजूद भी अक्सर मरीज के परिजनों को सैपल कलेक्शन के बाद लैब तक पहुंचाने पड़ते हैं। मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीज के सालासर से आए परिजन ने बताया कि मल्टी टॉस्क वर्कर का न तो तय ड्यूटी चार्ट दिखता है और न ही कोई जिमेदार वर्कर मौके पर नजर आता है। ऐसे में मरीजों की समय पर सहायता और पारदर्शिता के लिए अस्पताल प्रबंधन को प्रत्येक वार्ड में नर्सिंग स्टेशन के पास बोर्ड पर संबंधित के मोबाइल नबर के साथ एंट्री करनी चाहिए जिससे मरीज व परिजन को समय पर सहायता मिल सके।
इनका कहना है अस्पताल में भर्ती होने के बाद से सैपल को लैब तक पहुंचाने और लैब से रिपोर्ट लाने तक की जिमेदारी मल्टी टॉस्क वर्कर की होती है। ऐसा नहीं हो रहा है तो टीम बनाकर जांच करवाई जाएगी। अस्पताल में लगे फिलहाल 55 मल्टी टॉस्क वर्कर हैं।
डॉ. केके अग्रवाल, अधीक्षक कल्याण अस्पताल