यह है जांच रिपोर्ट
जांच रिपोर्ट के अनुसार झामावास के श्रीश्याम मावा पनीर भंडार से मिक्स मिल्क, सांवली सर्किल सीकर के करणी जोधपुर स्वीट्स से पनीर, रानोली के जोधपुर स्वीट होम से दही, जयपुर रोड स्थित आनन्द स्वीट्स एंड बैकर्स से पनीर, सीकर सिटी डिस्पेंसरी नंबर दो स्थित नरेन्द्र डेयरी से दही, सीकर नगर परिषद के पास डाउन टाउन कैफे से दही, राणी सती रोड पर आधार मार्ट से काजू, खाटूश्यामजी मण्डा चौराहा के श्रीश्याम पवित्र भोजनालय से पनीर, खाटूश्यामजी में राधा रेस्टोरेंट से दही, शिव किराणा स्टोर से सरसों तेल, मोरवीं नंदन होटल एंड रेस्टोरंेट से पनीर, फ्लेवर आफ राजस्थान से पनीर और ओम पवित्र भोजनालय से पनीर का सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। ये सभी जांच में अमानक मिले।
मिलावट के आंकड़े:
खाद्य सामग्री मिलावट की प्रवृत्ति स्वास्थ्य पर असर दही सिंथेटिक दूध, स्टार्च आंत की सूजन, संक्रमण पनीर डिटर्जेंट, सिंथेटिक दूध लीवर खराबी, कैंसर काजू पॉलिश, सस्ती मिलावट किडनी पर असर मावा स्टार्च, सिंथेटिक दूध पाचन तंत्र पर प्रभाव तेल खतरनाक रंग, रिफाइंड में मिलावट रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल अन्य उत्पाद मिठाइयों में रंग, फ्लेवर त्वचा रोग, एलर्जी
इनका कहना है
जांच रिपोर्ट आ गई है। विभाग की ओर से जांच में फेल मिले सभी संबंधित फर्म संचालक के खिलाफ न्यायालय में परिवाद पेश किया जाएगा। डॉ. अशोक महरिया, सीएमएचओ सीकर