आबूरोड. 15 साल पहले भारतीय सेना की इंजीनियरिंग कोर में चयनित होकर आज लेफ्टीनेंट कर्नल पद पर पहुंची आबूरोड की बेटी अंजली जादौन को देश सेवा पर गर्व है। साधारण परिवार की अंजली ने कठिन परिश्रम के बूते यह मंजिल प्राप्त की। उसने स्कूली शिक्षा शहर के एक निजी स्कूल से पूरी की। इसके बाद जयपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। राजस्थान पत्रिका से विशेष साक्षात्कार में उन्होंने नपे-तुले शब्दों में कहा हमारी सेना संगठन नहीं, एक परिवार है और हम परिवार की तरह रहते हैं। जवान सेना की रीढ़ है। उन्होंने पत्रिका के सवालों के सटीक जवाब दिए और प्रेरणात्मक विचार साझा किए।
अंजली जादौनअंजली ने बताया कि जब वह जयपुर में इंजीनियरिंग कर रही थी, तब एक कार्यक्रम में सेना के अधिकारी आए थे। उन्होंने भारतीय सेना में रोजगार के अवसर व सेना की विशेषताओं को विस्तार से समझाया था। इससे काफी प्रभावित हुई और देश सेवा के लिए सेना में जाने की ठान ली।
युवा फौज में जरूर आएं
उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवा एक बार फौज में जरूर सेवा दें। इससे आप अनुशासित जीवन जीना सीखेंगे। लीडरशिप क्वालिटी आएगी। योजना प्रबंधन का कौशल सीखने को मिलेगा। चुनौतियों का सामना करना सीखेंगे। फौज में रहकर काफी संतुष्टि मिलती है। अब तो काफी संख्या में महिलाएं भी सेना में आकर अपनी प्रतिभा दिखा रही है।
काम में निरंतरता हो
सैन्य अधिकारी के रूप में आपकी सबसे बड़ी ताकत के सवाल पर उन्होंने कहा कि कंसिस्टेंसी (निरंतरता) उनकी सबसे बड़ी ताकत है, जिससे हमेशा प्रेरित होती हूं। आपको कोई काम दिया है उसे पहले अच्छी तरह समझें। फिर सौ प्रतिशत पूरा करने के संकल्प के साथ जुट जाएं। इससे आगे बढ़ने के द्वार खुलते जाएंगे। सेना में वरिष्ठ अधिकारी सब सिखाते हैं, जिससे काम में क्वालिटी आएं। अंत में अधिकारी या जवान अपने काम में विशेषज्ञ बन जाते हैं।
चुनौती स्वीकार की
अंजली ने बताया कि वह मणिपुर में नियुक्त थी, तब उन्हें मणिपुर में असम राइफल्स में महिला बटालियन के गठन व प्रशिक्षण का दायित्व सौंपा, जो काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन संकल्प के साथ इस काम को किया। अरूणाचल-प्रदेश व मणिपुर में चीन और बर्मा से लगती भारतीय सीमा क्षेत्र में सौंपे दायित्वों का निर्वहन किया।
ऑपरेशन को पाकिस्तान कभी नहीं भूलेगा
ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के माध्यम से पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है कि कभी नहीं भूलेगा। पुलमावा हमले का हमने तगड़ा जवाब दिया था। उन्होंने कहा कि सेना पर टिप्पणी नहीं करें, बल्कि मनोबल बढ़ाने का काम करें। जवानों को सम्मान मिले। वे सरहद पर देश की रक्षा कर रहे हैं।
आतंकवाद पर जिंदा देश
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर जिंदा देश है। वो भरोसेमंद नहीं है। वहां लोेकतंत्र सिर्फ दिखावा है। पाकिस्तान भारत से तुलना करने लायक नहीं। हमारा देश विश्व में चौथी आर्थिक शक्ति है। अन्य क्षेत्रों में बहुत आगे हैं।
जानिए, अंजली का परिवार
अंजलि के पति विशाल सिंह भी सेना में मेजर है। उनके एक पुत्र है। एमएससी शिक्षा प्राप्त पिता रघुवीरसिंह जादौन निजी फैक्ट्री में कार्यरत और माता रेणु जादौन गृहिणी है। बहन डॉ. शैलेजा सिंह रिसर्च साइंटिस्ट, भाई युवराजसिंह जादौन लंदन में निजी कंपनी में सेवारत है।
Hindi News / Sirohi / 15 साल से देश सेवा में आबूरोड की बेटी लेफ्टिनेंट कर्नल अंजली जादौन