उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व शहरवासियों की ओर से लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी। पिछले दिनों राजस्थान पत्रिका ने भी सिरोही को रेलवे सेवा से जोड़ने को लेकर अभियान चलाया था। अब जाकर खुशी की खबर मिली है। अब सिरोही से जालोर सीधा रेल सेवा से जुड़ सकेगा।
आर्थिक, व्यापारिक व औद्योगिक लाभ
संगमरमर, ग्रेनाइट, सीमेंट, खाद्यान्न व उर्वरक तथा अन्य व्यापारिक वस्तुओं का कुशल परिवहन करने में सहायक होगी। क्षेत्र के औद्योगिक केंद्रों व मंडियों से सीधा संपर्क होगा, जिससे व्यावसायिक गतिविधियों को गति मिलेगी। कृषि व खनन आधारित उद्योगों को लाभ मिलेगा। सिरोही में स्थित सीमेंट उद्योगों को परिवहन सुविधा का लाभ मिलेगा। समदड़ी तथा सीमावर्ती शहर मुनाबाव जैसे स्थानों से आने वाले यातायात को पश्चिमी डीएफसी मार्ग से बेहतर संपर्क मिलेगा तथा मुम्बई तक बेहतर रेल सम्पर्क स्थापित होगा। सिरोही का होगा विकास, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
वर्तमान में सिरोही जिला मुख्यालय रेल सेवा से वंचित है। यह परियोजना राजस्थान के आदिवासी बहुल क्षेत्र सिरोही को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ते हुए प्रत्यक्ष व प्रभावी कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगी। इस लाइन के निर्माण से क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही क्षेत्र के निवासियों का जीवन स्तर भी बहेतर होगा। क्षेत्र में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से अनेक तरह के रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
यात्रियों के लिए सुविधाजनक तथा तीव्र यात्रा का विकल्प उपलब्ध कराएगी, जिससे यात्रा का समय कम होगा तथा सुविधा में विस्तार होगा। क्षेत्र के निवासियों को राजस्थान के प्रमुख शहरों के साथ-साथ अहमदाबाद, मुम्बई व दिल्ली जैसे बडे़ शहरों के साथ रेल सम्पर्क की सुविधा प्रदान करेगी। सीमावर्ती क्षेत्रों से माल तथा यात्रियों के परिवहन के लिए यह रणनीतिक लिंक साबित होगी।
सिरोही को रेल से जोड़ना जरूरी: रेल मंत्री
सिरोही जिला मुख्यालय को देश के रेल नेटवर्क के साथ जोड़ने के लिए इस ऐतिहासिक कदम की घोषणा करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सिरोही को रेल से जोड़ना जरूरी है। यह एक लम्बे समय से लंबित मांग थी, जिसे आज पूरा किया है।