script‘कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण बैन हो’, मानवाधिकार आयोग के बाद कांग्रेस-भाजपा ने भी खोला मोर्चा | Kubereshwar Dham Rudraksha distribution should ban after Human Rights Commission Congress and BJP open front | Patrika News
सीहोर

‘कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण बैन हो’, मानवाधिकार आयोग के बाद कांग्रेस-भाजपा ने भी खोला मोर्चा

Kubereshwar Dham Rudraksha Distribution : कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण के खिलाफ मानव अधिकार आयोग के बाद कांग्रेस और भाजपा ने भी मोर्चा खोलते हुए उसे बंद कराने की बात कही है।

सीहोरAug 07, 2025 / 03:45 pm

Faiz

Kubereshwar Dham Rudraksha Distribution

‘कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण बैन हो’ (Photo Source)

Kubereshwar Dham Rudraksha Distribution : मध्य प्रदेश के सीहोर में स्थित कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा कराए जा रहे रुद्राक्ष महोत्सव में भगदड़ के बाद घायल हुए श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भगदड़ के दौरान दो महिलाओं की मौत हो गई थी। जबकि, कई घायल हुए थे। खास बात ये है कि, भगदड़ के दो दिन बाद भी यहां घायलों के मरने का सिलसिला जारी है। अबतक 9 की मौत हो चुकी है। इसी बीच मानव अधिकार आयोग ने महोत्सव पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। वहीं, अब इस मामले में विपक्षी दल कांग्रेस के साथ-साथ सत्ताधारी दल भाजपा ने भी मोर्चा खोल दिया है।
बीजेपी सरकार में पूर्व मंत्री रही कुसुम महदेले ने सीहोर वाले कथावाचक प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित कराए गए कार्यक्रम को लेकर हमला बोला है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट करते हुए रुद्राक्ष वितरण को ही आड़े हाथों लिया है।

पंडित प्रदीप मिश्रा पर हो कार्रवाई

पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने अपने पोस्ट में पंडित प्रदीप मिश्रा को रुद्राक्ष वितरण बंद करने की नसीहत दी है। उन्होंने लिखा कि, कुबरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण बंद होना चाहिए। सरकार को पंडित प्रदीप मिश्रा पर कार्रवाई करना चाहिए। लोगों को धर्म के प्रति उन्मादी ना बनाएं। उन्होंने सवाल उठाया है कि तुम्हारे रुद्राक्ष बांटने से पुण्य मिल रहा है या हत्याएं हो रही है?

कांग्रेस ने प्रशासन को बताया हादसे का जिम्मेदार

सीहोर में कुबरेश्वर धाम में फैली अव्यवस्थाओं और मौतों को लेकर कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, बड़ा आयोजन अनुमति देने के बाद सरकार जिम्मेदारी कहलाता है। कुबेरेश्वर धाम को लेकर व्यवस्था सरकार को करना चाहिए थी। भीड़ कंट्रोल करने के लिए प्लान तैयार करना था। हादसे का जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन है। सरकार को इस घटना पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और हादसे ना हो इसको लेकर कदम भी उठाना चाहिए।

Hindi News / Sehore / ‘कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण बैन हो’, मानवाधिकार आयोग के बाद कांग्रेस-भाजपा ने भी खोला मोर्चा

ट्रेंडिंग वीडियो