रणथम्भौर: जंगल में फंसा कैंटर, अंधेरा होने पर घबराई महिलाएं… रोने लगे बच्चे
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में कैंटर फंसने का मामला सामने आया है। जंगल के जिस इलाके में बाघ बादल, नूर और बाघिन लक्ष्मी का मूवमेंट रहता है, उसी इलाके में पर्यटकों से भरा कैंटर बंद हो गया।
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में कैंटर फंसा (फोटो-पत्रिका)
सवाईमाधोपुर। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में शाम की पारी में सफारी पर गए पर्यटकों का कैंटर जोन 6 में बंद हो गया। कैंटर के स्टार्ट नहीं होने से यात्री जोन बंद होने के बाद घंटे भर जंगल में ही फंसे रहे। वहीं कैंटर में भ्रमण पर गई महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी अंधेरा देख रोने लगे। जानकारी होने पर वनविभाग ने वेटिंग कैंटर को भेजकर फंसे कैंटर को निकाला।
जानकारी के अनुसार कैंटर नंबर 2171 शाम की पारी में जोन 6 में पर्यटकों को भ्रमण पर लेकर गया था। इस जोन में बाघ बादल, नूर और बाघिन लक्ष्मी का मूवमेंट रहता है। इस दौरान कैंटर एकाएक बंद होने के कारण पर्यटक घबरा गए। इस दौरान कैंटर का गाइड भी किसी अन्य के साथ बैठकर निकल गया। वहीं बोलकर गया कि कोई कैंटर से नीचे नहीं उतरेगा। काफी देर तक नहीं लौटने पर जंगल में फंसे सभी लोग डर के साए में रहे।
वेटिंग कैंटर से निकाले गए फंसे पर्यटक
जब काफी देर तक गाइड किसी वाहन को लेकर वापस नहीं लौटा तो मोहित नाम के एक पर्यटक ने किसी दूसरे कैंटर चालक से बात की। इस दौरान दूसरे कैंटर चालक ने मनमाने रुपए मांगे। इस पर पर्यटक मोहित एक जिप्सी में लिफ्ट लेकर गेट के बाहर गया और वनविभाग के कर्मियों को बताया। उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद वेटिंग कैंटर भेजा गया। इस दौरान पर्यटक करीब 7.30 बजे के बाद जोन से बाहर निकल पाए।
25 पर्यटक थे कैंटर में
कैंटर में करीब 25 पर्यटक जंगल में फंसे रहे। इस दौरान अंधेरा हो गया तो महिला और बच्चे घबरा गए। भूख-प्यास से छोटे बच्चे कैंटर में रोने लगे। इस पर महिलाओं ने कहा कि वे कैंटर में धक्का लगा देते हैं तो ड्राइवर बोला, इसकी वायरिंग खराब है और आप जंगल में उतर नहीं सकते। महिलाओं ने कहा कि यहां उनका नेटवर्क नहीं आ रहा है। वे बाहर भी किसी को सूचना नहीं दे सकते। ऐसे में यहां सुरक्षा के क्या इंतजाम है। इस पर ड्राइवर ने कहा कि वह भी कुछ नहीं कर सकता। बस यहां कैंटर में बैठे रहो।
इनका कहना है
कैंटर के खराब होने की जानकारी सामने आई थी। इस पर वेटिंग कैंटर भिजवा दिया था। इस मामले की जांच करवाई जाएगी। -प्रमोद धाकड़, डीएफओ, पर्यटन, रणथम्भौर टाइगर रिजर्व।