हिंसा जांच रिपोर्ट से गरमाया माहौल
हाल ही में संभल हिंसा की न्यायिक जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई है। इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आने के बाद प्रदेश का माहौल गरमा गया है। इसी वजह से प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्नित कर पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
जामा मस्जिद पर कड़ी निगरानी
जुमे की नमाज को देखते हुए जामा मस्जिद को पुलिस ने विशेष सुरक्षा घेरे में ले लिया है। यहां न केवल पुलिसकर्मी तैनात हैं बल्कि खुफिया विभाग भी सक्रिय है। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए हर गतिविधि पर करीबी निगरानी रखी जा रही है।
विश्व हिंदू रक्षा परिषद का विरोध और मार्च
संभल हिंसा और न्यायिक जांच रिपोर्ट के बाद विश्व हिंदू रक्षा परिषद (वीएचआरपी) ने विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। संगठन ने लखनऊ से संभल तक “सनातन मार्च” निकालने का ऐलान किया है। वीएचआरपी का कहना है कि संभल में लगातार हिंदुओं की आबादी घट रही है और लोग पलायन को मजबूर हैं। परिषद का उद्देश्य इस मुद्दे पर सरकार और प्रशासन का ध्यान आकर्षित करना है।
सांसद बर्क के खिलाफ विरोध
वीएचआरपी ने अपने आंदोलन के तहत संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का पुतला दहन करने का भी ऐलान किया है। संगठन का आरोप है कि उनकी विचारधारा हिंदुओं के पलायन और असुरक्षा की बड़ी वजह है। परिषद ने स्पष्ट किया है कि हिंदुओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिले में बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। खुफिया एजेंसियां भी लगातार सक्रिय हैं और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।