मकान में फंसे थे कई लोग
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई, लेकिन आग की भयावहता को देखते हुए पास के क्षेत्रों से अतिरिक्त चार दमकल वाहन बुलाए गए। पुलिस बल के साथ चंदौसी क्षेत्र के सीओ अनुज चौधरी भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंचे। आग के बीच मकान में फंसे कई लोगों और पड़ोसी मकानों से करीब एक दर्जन लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का कार्य सीओ समेत पुलिस टीम ने जान जोखिम में डालकर किया।
बचाव कार्य के समय ड्रम में विस्फोट
राहत कार्य के दौरान अचानक ज्वलनशील ड्रमों में विस्फोट हो गया, जिससे वहां मौजूद सभी की जान खतरे में पड़ गई। लेकिन सौभाग्यवश, कोई जनहानि नहीं हुई। सीओ अनुज चौधरी, पुलिसकर्मी और फायर ब्रिगेड के जवान बाल-बाल बच गए। घटना की जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी निधि पटेल और सप्लाई ऑफिसर ललित भी मौके पर पहुंचे और आग की वजहों की जांच शुरू कर दी गई। प्राथमिक जांच में सामने आया कि मकान में इथेनॉल के ड्रम अवैध रूप से रखे गए थे और उनका उपयोग पेट्रोल में मिलावट के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने मौके से सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए हैं। वहीं, मकान मालिक फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।