“हिंदुस्तान जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद” के लगे नारे
प्रदर्शन के दौरान एडवोकेट शाहीन अख्तर ने कहा, “हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा। पाकिस्तान मुर्दाबाद! यह जो पाकिस्तान औरतों वाली हरकतें करता है, वह कायरता की निशानी है। औरतें भी कमजोर नहीं होतीं, वे भी ताकतवर होती हैं।” उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए इस कायरतापूर्ण हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। “हम सब आज इसीलिए एकत्र हुए हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सरकार से हमारी मांग है कि गुनहगार चाहे हिंदू हो या मुसलमान, उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए।”
“आतंकवाद की एक ही सजा – सर तन से जुदा”
शाहीन अख्तर ने कहा कि आतंकवादियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जाए। “28 बेगुनाह लोगों की हत्या कर दी गई। उनका नाम और जाति पूछकर मारा गया। हम मुसलमान होकर भी इसकी कड़ी निंदा करते हैं और आतंकवाद के खिलाफ हैं।”
डॉ. नाजिम ने उठाई पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन में मौजूद डॉ. नाजिम ने कहा, “22 तारीख को यह हमला देश पर हुआ है। 28 निर्दोष नागरिकों की जान ली गई है। पाकिस्तान पर तुरंत और कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।” राष्ट्रपति को सौंपा गया ज्ञापन
प्रदर्शन के अंत में एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें केंद्र सरकार से मांग की गई कि पाकिस्तान पर हमला कर आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।