बबराला और रायसत्ती चौकियों को मिलेगा थाना का दर्जा
इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बबराला और रायसत्ती पुलिस चौकियों का थाने के रूप में लोकार्पण कर सकते हैं। बबराला पुलिस चौकी जो वर्तमान में गुन्नौर कोतवाली के अंतर्गत आती है, को अब स्वतंत्र थाना बनाया जाएगा। इसी प्रकार थाना नखासा क्षेत्र की रायसत्ती चौकी को भी थाना दर्जा देने का प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका है। पुलिस विभाग इन दोनों नई थानों की स्थापना से संबंधित प्रक्रियाओं को तेज़ी से अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। बबराला थाने में गुन्नौर कोतवाली, रजपुरा और धनारी थाना क्षेत्र के करीब 30 गांवों को शामिल किया जाएगा। इससे इन गांवों के लोगों को पुलिस सेवा तक त्वरित और सुगम पहुंच मिल सकेगी।
रायसत्ती को क्यों मिली प्राथमिकता?
रायसत्ती चौकी को थाना बनाने का निर्णय 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद लिया गया था। उस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पर कई सवाल उठे थे। इसके बाद शासन ने प्राथमिकता के आधार पर रायसत्ती को थाना बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
राजस्व विभाग से ज़मीन का आवंटन भी जल्द किया गया और शासन स्तर पर सभी प्रक्रियाएं तेज़ी से पूरी कर ली गईं।
14 साल बाद संभल को मिलेगा स्थायी जिला मुख्यालय
संभल जिले का गठन 28 सितंबर 2011 को हुआ था, लेकिन अब तक जिले को अपना स्थायी मुख्यालय नहीं मिल पाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरे के दौरान संभल के गांव आनंदपुर में जिला मुख्यालय भवन का शिलान्यास कर सकते हैं। यह जिले के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी।
करोड़ों की परियोजनाओं को मिल सकती है हरी झंडी
इस संभावित दौरे के दौरान मुख्यमंत्री संभल जिले के विकास को गति देने के लिए कई करोड़ की विकास योजनाओं की घोषणा भी कर सकते हैं। इसमें बुनियादी ढांचे, सड़कों, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी परियोजनाएं शामिल होने की उम्मीद है।
आधिकारिक कार्यक्रम का इंतज़ार
अधिकारियों के अनुसार जब तक मुख्यमंत्री कार्यालय से आधिकारिक कार्यक्रम जारी नहीं होता, तब तक किसी योजना या दौरे की पूर्ण पुष्टि नहीं की जा सकती। फिर भी प्रशासनिक स्तर पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ताकि किसी भी समय सीएम के आगमन पर स्वागत और कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके।