हरिद्वार से आई थी बारात
घटना सहारनपुर के नागल थाना क्षेत्र के गांव उमाही कला की है। इसी गांव के रहने वाले मरहूम गुलजार की बेटी अंजुम का रिश्ता ज्वालापुर के रहने वाले एक ‘ठेकेदार’ के बेटे सैफ अली के साथ तय हुआ था। रविवार को सैफ अली की बारात उमाही कला गांव में आई थी। बारातियों का स्वागत हुआ और सभी ने खाना खाया। इसके बाद दूल्हे को भी खाने पर बुलाया गया। खाना, खाने के बाद जब दूल्हा वापस बारात के स्थान पर जा रहा था तो उसने नई स्विफ्ट कार खड़ी देखी। इस पर दूल्हा गुस्सा हो गया और बोला कि ये ‘टिन’ का डब्बा किसके लिए है मुझे तो थार चाहिए। दूल्हे ने ऐसा कहा तो मामला बिगड़ गया। लोगों ने काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन दूल्हा नहीं माना।
भाइयों ने अपने हिस्से की जमीन बेचकर खरीदी थी स्विफ्ट
जब दूल्हा बिगड़ा तो लोगों ने समझाया कि लड़की का पिता नहीं है। भाईयों ने अपने हिस्से की जमीन बेचकर किसी तरह स्विफ्ट कार खरीदी है। इसलिए मना मत करो और शादी कर लो। काफी समझाने के बाद भी जब दूल्हा नहीं माना तो लड़की पक्ष का सब्र का बांध टूट गया। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने दूल्हे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। गांव वालों ने बारातियों की भी तबीयत खुश कर दी और जमकर हजामत की। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस आ गई। पुलिस के आने के बाद करीब चार घंटे तक दोनों पक्षों के बीच वार्ता चलती रही लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। बाद में दूल्हे को बिना दुल्हन ही बैरंग लौटना पड़ा। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। शादू टूटने का तो सभी को दुख है लेकिन लोग अब यही कह रहे हैं कि ऐसे दहेज लोभियों का इसी तरह से इलाज होना चाहिए जैसे ग्रामीणों ने किया है।
15 लाख रुपये देगा दूल्हा पक्ष
ग्रामीणों ने इस घटना के बाद दूल्हे और बारातियों को बंधक बना लिया। देर रात तक दोनों पक्षों के बीच वार्ता चलती रही। बाद में दुल्हन ने भी कह दिया कि लालचियों के साथ मुझे नहीं जाना। दोनों लड़का पक्ष भी दुल्हन को ले जाने के लिए सहमत नहीं हुआ। इसके बाद तय हुआ कि लड़का पक्ष लड़की पक्ष के खर्च हुए 15 लाख रुपये अदा करेगा। उधर पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में से किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।