बसों के साथ-साथ वैन, ऑटो सहित छोटे वाहन भी स्कूलों में लगे हुए हैं। कई वैन ऐसी भी हैं, जो गैस से चल रही हैं और ऑटो में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जाता है, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है। अभिभावक मजबूरी में इन वाहनों से बच्चों को भेजते हैं।
इस संबंध में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मनोज कुमार तेहनगुरिया ने बताया कि स्कूल वाहनों की जांच अभियान चलाकर की जाएगी और कमी पाए जाने पर कार्रवाई करेंगे।