पुराने मंदिर विवाद की कड़वी पृष्ठभूमि
जानकारी के मुताबिक, गांव के बीच स्थित एक मंदिर को लेकर राम सिंह (55) और उनके पड़ोसी रामचरण के बीच लंबे समय से सीढ़ियों के निर्माण को लेकर विवाद चल रहा था। बुधवार सुबह राम सिंह मंदिर की सफाई कर रहे थे। इस दौरान पानी के छींटे पास में सो रहे रामचरण के ऊपर जा पड़े। इसी बात पर कहासुनी शुरू हो गई।
कहासुनी से लेकर हत्या तक
विवाद इतना बढ़ा कि रामचरण के बेटे रामरक्षपाल और राजकुमार तथा बेटी विश्वंभरी मौके पर पहुंच गए। मृतक के परिजनों का आरोप है कि तीनों ने मिलकर लाठी-डंडों से राम सिंह की बेरहमी से पिटाई की। गंभीर रूप से घायल राम सिंह को इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
प्रशासन की तुरंत कार्रवाई
घटना की सूचना पर एसडीएम आनंद कुमार कनौजिया, सीओ राजवीर सिंह परिहार और कोतवाल धनंजय सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के पुत्र की तहरीर पर रामचरण के दोनों बेटों और बेटी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
12 घंटे पहले भी हुई थी जानलेवा मारपीट
गौर करने वाली बात है कि इस वारदात से लगभग 12 घंटे पहले भी मिलक कोतवाली क्षेत्र के तरव्वा गांव में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। उस मामले में ग्राम परम का मझरा कल्याणपुर निवासी दलित ई-रिक्शा चालक जीतेन्द्र सवारी लेकर विक्रमपुर से मिलक आ रहा था। रास्ते में साइड लेने को लेकर बाइक सवार अभिषेक पांडे और अन्य लोगों से उसका विवाद हो गया।
पिता की जान भी गई
मामला मारपीट तक पहुंचा, और बीचबचाव करने आए जीतेन्द्र के पिता भगवानदास को भी बुरी तरह पीटा गया। इलाज के दौरान भगवानदास ने दम तोड़ दिया। क्षेत्र में तनाव का माहौल
लगातार हो रही इन घटनाओं से क्षेत्र में तनाव और भय का माहौल है। पुलिस ने दोनों मामलों में आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।