बारिश बनी किसानों के लिए वरदान
इस बारिश से सिर्फ शहरवासियों को ही नहीं, बल्कि खेतों में दिन-रात पसीना बहा रहे किसानों को भी बड़ी राहत मिली है। बीते दो दिनों से बारिश नहीं होने के कारण किसान मक्के की बुवाई को लेकर चिंतित थे। खेत तैयार हैं, बीज भी बोए जा चुके हैं, लेकिन पानी की कमी ने फसल की शुरुआत को खतरे में डाल दिया था। कृषि विभाग के अनुसार, मक्का की बुवाई के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण होता है, और यदि शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश हो जाए तो फसल की वृद्धि बेहतर होती है। इसलिए यह बारिश किसानों के लिए संजीवनी से कम नहीं मानी जा रही है।
शहरवासियों में दिखी खुशी, बच्चों ने की बारिश का स्वागत
शाम की बारिश के साथ ही सड़कों पर रौनक लौट आई। गर्मी से परेशान लोग घरों से बाहर निकले और बच्चों ने बारिश की फुहारों का आनंद लिया। कई स्थानों पर बच्चों को भीगते, कागज की नाव चलाते और खुशी से उछलते देखा गया। वहीं व्यापारिक इलाकों में भी हलचल बढ़ी और लोगों ने मौसम के बदले मिजाज के साथ गरमा-गरम चाय और पकौड़ों का लुत्फ उठाया।
आगे क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 48 घंटों में और बारिश की संभावना बनी हुई है। विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून की गति में हल्का सा ठहराव था, लेकिन अब राजस्थान के कुछ हिस्सों में धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा है। राजसमंद में यह बारिश मानसून की शुरूआती बौछारों में से एक मानी जा रही है, जिससे आगे और अच्छी बारिश की उम्मीद है।