रोप-वे का संचालन करने वाली ठेका कंपनी दामोदर रोप-वे एंड इंफ्रा लिमिटेड का कहना हैै कि रोप-वे के सुरक्षित संचालन व मजबूती के साथ मेंटेनेंस को लेकर मंदिर ट्रस्ट को मौखिक और लिखित रूप से सूचना दी गई थी। सिस्टम में कुछ बदलाव को लेकर तकनीकी रूप से सुझाव भी दिए गए हैं पर समिति की ओर से ध्यान नहीं दिया गया। अब हादसे के बाद मंदिर ट्रस्ट की ओर से पूरा जिम्मा ठेका कंपनी पर थोप दिया गया है।
CG News: हादसे के वक्त बिजली ट्रिपिंग नहीं हई
हालांकि कंपनी के रोप-वे ऑपरेटर ने लो वोल्टेज की समस्या का जिक्र किया है तो दूसरी ओर से
बिजली कंपनी की ओर से इन आरोपों को खारिज करते हुए रिपोर्ट दी गई है कि हादसे के वक्त बिजली सप्लाई लाइन में कहीं भी ट्रिपिंग नहीं हुई। इधर दामोदर रोप-वे एंड इंफ्रा लिमिटेड का एक पत्र सामने आया है, जिसे मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के नाम लिखा गया है।
पत्र में जिक्र किया गया है कि रोप-वे को सुरक्षित रूप से चलाने के लिए बिना किसी देरी के चेन हॉलेज सिस्टम को बदलने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। इस संबंध में मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल से संपर्क का प्रयास किया गया पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।