आगे 3 सितंबर तक बारिश के आसार
मौसम विभाग ने बताया कि एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण मध्यप्रदेश के मध्य भागों पर मध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊंचाई के साथ साथ दक्षिण की ओर झुक रहा है। एक पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव है। बार-बार बदल रही गतिविधियों के बीच आगामी 3 सितंबर तक बारिश की संभावना है। यानी हर दिन वज्रपात के साथ ही सामान्य बारिश, गरज-चमक के साथ बौछारें गिरने की भी संभावना है।
बारिश का आंकड़ा 1155.8 मिमी पहुंचा
कुल मिलाकर इस समय एक ही मौसम के कई रंग देखने को मिल रहे है। इसके तहत तापमान भी बढ़ रहा है और कभी शाम के समय ठंडक बढ़ रही है। इसी के बीच जिले में बारिश का आंकड़ा 1155.8 मिमी हो गया है। यहां जिले की औसत बारिश के आंकड़े से अधिक ही गया है। बीते 24 घंटे में 8.2 मिमी बारिश रेकॉर्ड की जा चुकी है। वहीं, अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया। बीते कुछ दिन से तापमान 30 डिग्री से ऊपर ही चल रहा है लेकिन बारिश होने के बाद फिर से ठंडक बढ़ जाती है और बाकि समय मौसम सामान्य रहता है। लगातार बारिश, गर्मी और धूप के बीच धुंध का आना बारिश की विदाई का संकेत है। जानकार और गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि जब कभी भी ऐसा मौसम होता है तो मान लेना चाहिए है कि यह मानसून की विदाई का समय आ गया है। यानी यहां बारिश का विराम हो सकता है।
जानें कब होगी मानसून की विदाई
जानकारी के लिए बता दें कि मानसून के तीन माह समाप्त होने जा रहे हैं और बारिश का आखिरी चरण शुरू हो गया है। सितंबर मानसून सीजन का अंतिम माह होगा, लेकिन सीजन खत्म होने से पहले ही प्रदेश में मानसूनी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो गया है। कोटे के लिए लिहाज से मात्र आधा इंच बारिश की जरूरत है। मानसून सीजन में प्रदेश में बारिश का कोटा 949.5 मिमी है, जबकि अब तक 936 मिमी बारिश हो चुकी है। अब तक की स्थिति देखी जाए तो प्रदेश में सामान्य से 23 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। मानसून सीजन 1 जून से 30 सिंतबर तक माना जाता है। माना जा रहा है कि इस बार 16 सितंबर के आस-पास मानसून की विदाई हो सकती है। इससे पहले 9 जिलों में बारिश का दौर रुक सकता है।