दूसरी तरफ, दूसरे पाठ्यक्रम में प्रवेश की सभी प्रक्रिया की तिथि लगभग समाप्त होने को है। ऐसे में यदि रिजल्ट जल्द जारी नहीं होता तो इससे नर्सिंग कॉलेज प्रबंधनों को भी प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के लिए समय कम मिलेगा। इस समस्या को देखते हुए भी नर्सिंग कॉलेजों ने भी न्यूनतम अर्हता के अनुसार विद्यार्थियों को प्रवेश देने का निवेदन भी किया है।
व्यापमं को लिखा पत्र
नर्सिंग पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं के नतीजे घोषित होने में हो रही देरी को देखते हुए निजी नर्सिंग कॉलेज एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ ने व्यापमं को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि इंडियन नर्सिंग
काउंसिल द्वारा इस वर्ष में प्रवेश के लिए जारी अधिसूचना के अनुसार शैक्षणिक सत्र 1 अगस्त 2025 एवं प्रवेश के अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 अधिसूचित की गई है। अभी तक नर्सिंग पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं, इसके कारण इन सभी पाठ्यक्रमों की काउंसलिंग शुरू नहीं हो पाई है। उन्होंने निवेदन किया है कि न्यूनतम अर्हता के अनुसार मेरिट क्रम में विद्यार्थियों को प्रवेश दें।
परीक्षा में शामिल हुए 31 हजार परीक्षार्थी
प्रदेश में बीएससी नर्सिंग की साढ़े 7 हजार सीटें हैं। इसके लिए 46 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 31 हजार ने परीक्षा दी थी। वहीं, पिछले साल से ज्यादा इस साल परीक्षार्थी शामिल हुए थे। पिछली बार की प्रवेश परीक्षा के लिए लगभग 56 हजार विद्यार्थियों ने फॉर्म भरे गए थे। इसमें 27884 परीक्षा में शामिल हुए थे।