प्रदेश की राजधानी रायपुर में पुलिस अफसर हर हालात पर नजर रखे हुए हैं। केंद्र से मिले निर्देशों के तहत अलग-अलग बिंदुओं पर एहतियात बरती जा रही है। संवेदनशील इलाकों में नजर रखने, कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए सभी अधिकारियों को उचित कदम उठाने को कहा गया है।
Operation Sindoor: सिमी का नेटवर्क हो चुका है ध्वस्त
इस्लामिक स्टूडेंटस मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का वर्ष 2013 से पहले से मजबूत नेटवर्क था। नवम्बर 2013 में छत्तीसगढ़ एटीएस ने इसका खुलासा किया था। सिमी के छत्तीसगढ़ चीफ उमेर सिद्दीकी, एक नाबालिग समेत स्लीपर सेल से जुड़े 17 सिमी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई थी।
दरअसल भोपाल पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए सिमी आतंकी शेख मुजीब का
रायपुर से गहरा नाता रहा। यहीं से उसने देश के कई हिस्सों में हुए बम धमाकों के लिए विस्फोटकों की सप्लाई की थी। शेख मुजीब ने ही फरार सिमी आतंकियों के रहने का इंतजाम रायपुर में कराया था। उसके नेटवर्क से उमेर व अन्य लोग जुड़े थे।
Operation Sindoor: शहर के कई इलाके हैं संवेदनशील
शहर के कई इलाके संवेदनशील हैं। इन इलाकों में कई बार बांग्लादेशी पकड़े जा चुके हैं। दूसरे देश के अलावा दूसरे राज्यों के लोग भी बड़ी संख्या में आना-जाना करते हैं।
पाकिस्तानी नागरिकों ने अब तक रायपुर नहीं छोड़ा है।