NEET PG Exam 2025: 2 शिफ्ट में होगा पेपर
मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि
पीजी का पेपर इस साल असमान वितरण के कारण विवादों में है। इससे परीक्षा की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक शिफ्ट में पेपर होने पर 19 विषयों से बराबर बराबर सवाल आते थे। दो शिफ्ट में पेपर होने के बाद एक शिफ्ट में किसी एक विषय से अधिक और दूसरी शिफ्ट में उसी विषय से कम सवाल पूछे जाने लगे है।
दूसरी शिफ्ट में सवालों की संख्या बढ़ी
सबसे अधिक अंतर बायोकेमिस्ट्री, मेडिसिन और फिजियोलॉजी में देखने को मिल रहा है। 2024 में पहली शिफ्ट में एनाटॉमी से मात्र सात सवाल पूछे गए थे। दूसरी शिफ्ट में सवालों की संख्या बढ़कर 16 हुई है। जबकि साल 2021 से लेकर साल 2023 तक औसत सात से दस सवाल ही पूछे जाते रहे हैं। छात्रों ने दो शिफ्ट मैं परीक्षा कराने का विरोध भी किया है। हालांकि नेशनल एग्जाम बोर्ड ने एक शिफ्ट में परीक्षा कराने पर कोई निर्णय नहीं लिया है। सवालों की संख्या में अंतर पर भी विवाद
2024 में आयोजित नीट पीजी में पैथोलॉजी विषय से पहले शिफ्ट में 16 सवाल आए और दूसरे शिफ्ट में 21 सवाल पूछे गए। इसी प्रकार फॉर्माकोलॉजी में पहले शिफ्ट में करीब आठ सवाल आए थे और दूसरे शिफ्ट में 18 सवाल आए। 2019 से लेकर 2023 तक फॉर्माकोलॉजी में 18 सवाल नहीं पूछे गए थे।
गोयल के अनुसार, नीट यूजी की परीक्षा में 20 से 21 लाख छात्र बैठते हैं। उनकी परीक्षा एक ही दिन एक ही शिफ्ट में करवा दी जाती है। नीट पीजी में औसतन दो लाख छात्र बैठते हैं, उनकी परीक्षा दो शिफ्ट में करवाना सिस्टम पर सवाल खड़ा करती है, जबकि नीट यूजी अधिक संवेदनशील परीक्षा है, बावजूद
हर साल कम करनी पड़ती है कट ऑफ
NEET PG Exam 2025: साल 2024 में नीट पीजी की सामान्य वर्ग की कट ऑफ को 50 पसेंटाइल से गिराकर 15 पसेंटाइल, फिर 5 परसेंटाइल कर दिया गया था। वहीं, नीट पीजी 2023 में सभी कैटेगरी की कट ऑफ शून्य कर दिया गया था। कोरोना से पहले नीट पीजी का आयोजन जनवरी में होता था। अब यह परीक्षा जून में आयोजित की जा रही है।
कोरोना के बाद से ही इस परीक्षा का शेड्यूल बिगड़ गया है। इससे परीक्षा भी देरी से हो रही है। छात्रों को नीट एसएस यानी सुपर स्पेशलिटी की तैयारी में दिक्कत हो रही है।