पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि विधायक मूणत का नाम रायपुर पश्चिम और रायपुर उत्तर दोनों विधानसभा क्षेत्रों की लिस्ट में है। इसी प्रकार बसना विधायक संपत अग्रवाल का नाम भी बसना और रायपुर दक्षिण दोनों की वोटर लिस्ट में शामिल है। आरोप है कि दोनों विधायकों के पास डबल ईपीक नंबर हैं। उम्र भी अलग है। फोटो नहीं हैं। उन्होंने करीब 18 सीटों पर गड़बड़ी की आशंका जताई है।
5 हजार से भी कम वोटों से जीते
कांग्रेस ने बताया कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच महज 4 प्रतिशत वोट का अंतर रहा है। 90 में से करीब 5 सीटों पर भाजपा 5000 से भी कम वोटों से जीती। इनमें कांकेर में 16 वोट, अंबिकापुर 94 वोट, पत्थलगांव 255 वोट, पाली-तनाखार 714 वोट और भरतपुर-सोनहत में 4919 वोटों से जीते। 15 हजार से कम वोटों से जीत की अंतर वाली 18 सीटें हैं। हमें वहां गड़बड़ी की आशंका है। भाजपा ने लोकतंत्र की लूट की, चुनाव आयोग बना मौनदर्शक – कांग्रेस
कांग्रेस का आरोप है कि कोरबा में स्थानांतरित कलेक्टर, अधिकारी-कर्मचारी और उनके परिवारों का नाम अब भी लिस्ट में है। रायपुर और राजनांदगांव में एक ही नाम और पते वाले मतदाता अलग-अलग वार्डों में है। महासमुंद-बालोद में बाहर से लाकर फर्जी मतदाता बनाए गए। बिलासपुर-रायपुर में मृत व्यक्तियों के नाम हटाए बिना मतदान कराया गया। पत्रकारवार्ता में शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे, ग्रामीण अध्यक्ष उधोराम वर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, पंकज शर्मा, प्रमोद दुबे और कन्हैया लाल अग्रवाल भी मौजूद थे।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहां लोकतंत्र केवल शासन प्रणाली नहीं, बल्कि जनता की आत्मा और विश्वास का प्रतीक है। लेकिन भाजपा सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत से लोकतंत्र की इस आत्मा पर हमला किया जा रहा है। जनता के वोट चोरी की जा रही है और चुनावी धांधली के ज़रिए लोकतंत्र पर कब्जा कर राज स्थापित किया जा रहा है।
पहले मेरा स्थायी पता जवाहर नगर था। चौबे कॉलोनी में मकान बन गया है। स्थायी पते के हिसाब से मेरा नाम है। मैंने दूसरे क्षेत्र से नाम हटाने के लिए आवेदन भी किया है। मैं अपने ही क्षेत्र में मतदान करता हूं। – राजेश मूणत, विधायक, रायपुर पश्चिम
यह सबको पता है कि मेरा एक निवास रायपुर में भी है। मतदाता सूची बनाने वालों ने नाम पूछकर नाम जोड़ लिया होगा। मैं चुनाव के समय बसना में ही रहता हूं और सपरिवार मतदान करता हूं। एक जगह से नाम हटाने के लिए पहले ही आवेदन कर दिया हूं। – संपत अग्रवाल, विधायक, बसना