Liquor Shop: शराब बिक्री से हो रहा माहौल खराब
वहीं ग्रामीणों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर कलेक्टर के नाम पर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शामिल महिलाओं ने कहा कि सरकार बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है लेकिन हमारी बेटियों की रक्षा कैसे होगी, जब गाँव गाँव में शराब दुकान खुलेगी।
शराब बिक्री का सबसे ज्यादा दंश महिलायें झेलती हैं।
शराब दुकान की स्थापना से गाँव का सामाजिक वातावरण दूषित होगा, लड़ाई-झगड़े और अपराधों में वृद्धि होगी। गाँव के युवा शिक्षित होकर विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और खेल प्रतिस्पर्धाओं में आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि लगभग 14 वर्ष पूर्व गाँव में खोली गई शराब दुकान का ग्रामवासियों, महिलाओं और जनप्रतिनिधियों ने विरोध दर्ज कराते हुए बंद कराया था।
शराब दुकान खोलने की कोशिश की तो…
Liquor Shop: विधायक एवं एडीएम से महिलाओं ने ज्ञापन सौंप तत्काल शराब दुकान की स्थापना निरस्त करने और दुकान के लिए किए जा रहे निर्माण कार्य को रोकने की माँग की। महिलाओं ने कहा कि यदि शासन ने ग्रामसभा के विरोध प्रस्ताव और जन भावनाओं के विपरीत शराब दुकान खोलने की कोशिश की तो
अनिश्चितकालीन धरना करेंगे। हमारे गाँव में एक भी शराब की बोतल को दुकान में जाने नहीं देंगे।
प्रदर्शन में जनपद सदस्य भगत बंजारे, पूर्व जनपद अध्यक्ष उत्तरा कमल भारती, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उधोराम वर्मा, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला, पूर्व सरपंच अम्मी रेड्डी, पूर्व उपसरपंच सूरज टंडन, कमल भारती, मीना छेतीजा, सुरेखा ध्रुव, विजयलक्ष्मी साहू, पद्मा यादव, उमा निषाद, माधुरी लोधी, सुमित्रा साहू, कविता दास, सूर्यप्रताप बंजारे, राजकुमारी घृतलहरे, खेमिन यादव, रंजीता मारकंडे, पूजा टंडन, तुलसी बाई टंडन, गीता चतुर्वेदी, गीता गुप्ता, रेखा गुप्ता, अयोध्या ध्रुव, उर्मिला चतुर्वेदी, सरिता साहू, वासु रेड्डी, देवकुमार चतुर्वेदी, गणेश यादव, डॉ. दीपक साहू, ईश्वर साहू, अलेन सोनवानी, हीरा ध्रुव, उर्मिला बंजारे, दीपा साहू सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण महिलाएं, युवा, बुजुर्ग शामिल हुए।