पुलिस के मुताबिक, हेमंत कुमार धृतलहरे से देवपुरी निवासी कुलदीप भतपहरी की पहचान थी। कुलदीप ने हेमंत को शेयर मार्केट में पैसे लगाने से भारी मुनाफा होने का झांसा दिया। हेमंत उसकी बातों में आ गया। इसके बाद उसने 17 लाख रुपए कुलदीप को दिए।
Big fraud: 5 करोड़ रुपए मिलने का किया था दावा
कुलदीप ने दावा किया कि डीमेट अकाउंट खोलकर शेयर मार्केट में रुपए को निवेश कर दिया है। इससे 5 करोड़ रुपए मिलेंगे। उसकी बातों में आकर हेमंत सहमत हो गया। इसके बाद उसने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कंपनी के स्टॉक आईपीओ की शेयर बाजार में लिस्टिंग के समय शेयर उसके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर करने का आश्वसन दिया। इसके बाद कुलदीप ने उससे मिलना-जुलना बंद कर दिया। उसके डीमैट अकाउंट में पैसा भी ट्रांसफर नहीं किया। मुंबई, सूरत में होने का देता था झांसा
पीड़ित हेमंत ने अपनी जमीन बेचकर कुलदीप को पैसे दिए थे। पूरी राशि कुलदीप और उसकी बहन ज्योति भारती के खाते में ट्रांसफर की थी, लेकिन डेढ़ साल बाद भी उसे मुनाफे की राशि नहीं मिली है। पैसों के लिए जब कॉल करता था, तो आरोपी कभी मुंबई, तो कभी सूरत में होने का झांसा देता था। इसकी शिकायत टिकरापारा थाने में की गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ
धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।