EPFO Registration: कंपनी का ईपीएफओ में पंजीयन होना जरूरी
वहीं, नियोक्ताओं को अतिरिक्त रोजगार पैदा करने के लिए दो साल की अवधि के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसका लाभ 31 जुलाई, 2027 तक रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर मिलेगा। इससे शुरुआती दौर यानी अगस्त में छत्तीसगढ़ के 15 से 18 हजार युवाओं का फायदा हो सकता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अप्रैल का पैरोल डाटा जारी किया है। इसमें फरवरी 25 तक नए लोगों को मिले रोजगार की जानकारी दी गई है। यह जानकारी उम्र के हिसाब से है। रिपोर्ट की मुताबिक, प्रदेश में फरवरी 2025 के दौरान कुल 13 हजार 513 लोगों को
रोजगार मिला है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ महीनों को छोड़ दिया जाए, तो लगभग हर महीने नौकरी लगने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इस हिसाब से अगस्त में नौकरी लगने वालों की संख्या 15 हजार से अधिक हो सकती है। यह डाटा ईपीएफओ में पंजीकृत कंपनियों का है। जिनकी नौकरी लग रही है, उनके वेतन से ईपीएफओ की कटौती हो रही है। केंद्र सरकार की ईएलआई योजना का लाभ लेने के लिए कंपनी का ईपीएफओ में पंजीयन होना जरूरी है।
नए उद्योगों को राज्य सरकार भी देगी अनुदान
उद्योगों में रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर निर्मित करने के लिए राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ उद्योग रोजगार अनुदान नियम 2024 तैयार किया गया है। खास बात यह है कि इस नीति के तहत पात्र बंद और बीमार उद्योगों को भी अनुदान दिया जाएगा। इसके तहत उद्योगों को अकुशल श्रमिक की श्रेणी में 100 फीसदी रोजगार स्थानीय लोगों को देना होगा। पात्र नए एवं पुराने उद्योग उत्पादन शुरू होने के बाद ही अनुदान के लिए आवेदन कर सकेंगे। 1 जनवरी 2024 के उद्योगों को इसकी पात्रता नहीं होगी। यदि वर्तमान में वे कर्मचारियों की संख्या बढ़ते हैं, तो उनका लाभ मिलेगा।
EPFO Registration: प्रदेश में 16 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार
छत्तीसगढ़ में पंजीकृत युवा बेरोजगारों की संख्या घटती-बढ़ती रहती है। वर्तमान में प्रदेश में 16 लाख 11 हजार 381 पंजीकृत युवा बेरोजगार है। वहीं 1 लाख 60 हजार 701 लोगों ने अपने पंजीयन का नवीनीकरण करवाया है।
दो किस्त में दी जाएगी राशि
योजना के मुताबिक ईपीएफओ के साथ पंजीकृत पहली बार काम करने वाले कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए, इस भाग में एक महीने का ईपीएफ वेतन 15,000 रुपए तक दो किस्तों में दिया जाएगा। इसके लिए 1 लाख रुपए तक के वेतन वाले कर्मचारी पात्र होंगे। पहली किस्त 6 महीने की सेवा के बाद और दूसरी किस्त 12 महीने की सेवा और कर्मचारी द्वारा वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम पूरा करने के बाद दी जाएगी।
18 से 21 वर्ष के युवाओं को कम मौका
ईपीएफओ की रिपोर्ट के मुताबिक 18 से 21 वर्ष के युवाओं के लिए रोजगार के लिए कम अवसर निर्मित हो रहे हैं। फरवरी 2025 में 18 से 21 वर्ष के 1812 युवाओं को ही रोजगार मिला था। वहीं 22 से 25 उम्र के 2352 लोगों को नया रोजगार मिला था। इसमें 35 वर्ष से अधिक उम्र वाले युवाओं की संख्या सबसे अधिक 4344 है।