रायपुर से दुर्ग तक मेट्रो: होगा सर्वे
स्टेट कैपिटल रीजन के शहरों में ट्रैफिक दबाव और लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए रायपुर से दुर्ग तक मेट्रो रेल चलाई जाएगी। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में पांच करोड़ रुपए का प्रावधान सर्वे के लिए किया है, ताकि सर्वे का काम शुरू हो जाए।बेतरतीब विकास पर कसेगा शिकंजा
स्टेट कैपिटल रीजन के लिए शासन द्वारा राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। प्राधिकरण के अध्यक्ष मुयमंत्री होंगे। इसके साथ ही आवास एवं पर्यावरण, नगरीय प्रशासन एवं विकास, लोक निर्माण विभाग के मंत्री, राज्य के मुय सचिव सहित विभिन्न विभागों के सचिव, राज्य शासन द्वारा नामित सदस्यों में राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण का प्रतिनिधित्व करने वाले चार विधायक, स्थानीय प्राधिकरण का प्रतिनिधित्व करने वाले चार निर्वाचित सदस्य होंगे। कार्यपालन अधिकारी, राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण इसके सदस्य संयोजक होंगे। इसके अधिनियम और नियम भी बनाए गए हैं। प्राधिकरण के अस्तित्व में आने के बाद रायुपर से दुर्ग तक बेतरतीब विकास पर शिकंजा कसेगा। स्टेट रीजन क्षेत्र में किसी तरह के विकास कार्य या उद्योग धंधे लगाने के लिए प्राधिकरण से ही परमिशन लेनी होगी।प्राधिकरण का उद्देश्य
राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण का उद्देश्य राजधानी और आसपास के शहरों के व्यापक विकास के लिए योजना बनाने के साथ नियामक और समन्वय सस्थान के रूप में कार्य करना है। इसके प्रमुख कार्यों में स्थानीय स्तर पर योजनाएं बनाना, निवेश, आर्थिक योजनाओं और इनका कार्यान्वयन, विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी हितधारकों के बीच समन्वय, आर्थिक और अधोसंरचनात्मक विकास को बढ़ावा देना भी है।13 थीमों पर हो स्टेट कैपिटल रीजन में काम
राज्य नीति आयोग द्वारा तैयार किए विजन @2047 डाक्यूमेंट में शामिल 13 बीमों के आधार पर स्टेट कैपिटल रीजन में कार्य किए जाएंगे। इन 13 बीमों में छह बीम आर्थिक विकास, 4 बीमें सामाजिक विकास के लिए और 3 श्रीम इनेब्लर्स के रूप में शामिल किए हैं।2047 का छत्तीसगढ़ : विजन
जन सांख्यिकी विवरणजनसंख्या 3.6-3.8 करोड
औसत उम्र 36-37 वर्ष
जीवन संभाग्यता 84 वर्ष
शहरी जनसंख्या 40-50 प्रतिशत
सामाजिक विवरणी
बेरोजगारी दर 1 प्रतिशत से कममहिला श्रम शक्ति सहभागिता वर-75%
साक्षरता दर 99.9 प्रतिशत
शिशु मृत्युदर 5 से कम
आर्थिक विवरणी
राज्य का जीएसडीपी 75 लाख से अधिक करोड़कृषि से जीएसडीपी-10-11 लाख करोड़ रुपए
उद्योग से जीएसडीपी-25-27 लाख करोड़ रुपए
सेवा क्षेत्र से जीएसडीपी 37-39 लाख करोड़
ये हैं 13 थीम
- लैंड ऑफ इनोवेशन, स्किल्ड ह्यूमन कैपिटल और क्वालिटी एजुकेशन।
- स्वस्थ्य छत्तीसगढ़, सुखी छत्तीसगढ़
- स्थायी विकास, सुग्घर भविष्य
- कला और संस्कृति की नई पहचान
- कृषि सुपर फूड्स शक्ति
- स्थानीय उत्पाद, वैश्विक पहचान
- सुदृढ़ आधार, उन्नत उद्योग
- प्रकृति से संस्कृति तक
- जुड़ता छत्तीसगढ़, बढ़ता छत्तीसगढ़
- एआई और आईटी का गढ़ छत्तीसगढ़
- समृद्ध समाज, खुशहाल जीवन
- सुरक्षित, संपन्न छत्तीसगढ़
- प्राइवेट इन्वेस्टमेंट, पब्लिक प्रॉस्पेरिटी