जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ निवासी सुनीत टोप्पो ने एसीबी बिलासपुर से शिकायत में बताया था कि 19 अगस्त को धरमजयगढ़ क्षेत्र के आबकारी उप निरीक्षक संतोष कुमार नारंग ग्राम पंडरी महुआ गांव में उसके मां के घर पहुंचा। शराब बनाते हो कहते हुए घर का सामान चेक करने लगा। उसी दिन संतोष कुमार नारंग ने कुछ कागज में उसकी मां के दस्तखत भी लिए और उसके बाद उससे और उसकी मां से कड़ी कार्रवाई से बचने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की।
एसीबी ने योजना बनाकर दबोचा
प्रार्थी सुनीत टोप्पो उप निरीक्षक संतोष कुमार नारंग को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। इसलिये उसने पूरे मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में की। एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया। शिकायत सही पाए जाने ट्रैप की योजना तैयार की गई। योजना के मुताबिक 30 अगस्त को प्रार्थी को रिश्वत रकम 50 हजार रुपए आरोपी संतोष कुमार नारंग को देने के लिए आरोपी के पास भेजा। आरोपी द्वारा रिश्वत की अपने क्षेत्राधिकार के खरसिया स्थित आबकारी कार्यालय में लेते ही उसे एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी
आबकारी उप निरीक्षक से रिश्वत की रकम 50 हजार जब्त कर एसीबी के ने उनके खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की है।