इस बीच बालक 3 वर्षीय सत्यम रावत पिता हीरालाल रावत रोने लगा। उसकी आवाज सुनकर
हाथी घर के अंदर पहुंचा ओर सत्यम रावत को अपने सूंड़ से उठा कर बाहर लाया और उसे पटक दिया। इससे उसकी मौत हो गई। मासूम बालक जिस घर में था उसमें दरवाजा नहीं लगा था। जानकारी लगते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और वनकर्मियों के साथ हाथियों को खदेड़ा।
मोहनपुर में दो को मार डाला : ऐसे में हाथी वहां से आगे बढ़कर मोहनपुर गांव पहुंचे। इस दौरान गांव की महिला संतरा बाई (43 साल) हाथी को देख कर भागने लगी तो हाथी ने दौड़ा कर उस पर हमला कर दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद हाथी मोहनपुर के पास पहुंचे और कच्चे मकान की दीवार को ढहा दिया। दीवार ढहने से मलबे में दबकर पुरुषोत्तम खडिय़ा की मौत हो गई।
चिंगरापगार से घटारानी पहुंचा दंतैल
पांडुका . धमतरी से पैरी नदी पार करते हुए गरियाबंद जिले में पहुंचे हाथी की मूवमेंट झरनों के आसपास ज्यादा रही। कुछ दिन पहले इसे चिंगरापगार के आसपास घूमते देखा गया था। ऐसे में लोगों के इस वॉटरफॉल में आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हाल ही इसे पास के दूसरे प्रसिद्ध घटारानी वॉटरफॉल की ओर जाते हुए देखा गया। ऐसे में वन विभाग ने 12 गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी किया। कोटवारों से मुनादी के अलावा गाड़ियों पर लाउड स्पीकर के जरिए भी लोगों से सचेत रहने की अपील की।